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UPSC PRELIMS 2017 PAPER II -- ANSWER KEYS


विहंगम दृष्टि
  • 2017 का प्रश्न पत्र एक बड़ी चुनौती था: वर्ष 2015 से सीसैट मात्र अर्हता परीक्षा बन गई थी। 2016 में सफलता लगभग प्राप्त की जा सकती थी, इसलिए इस बार अनेक परीक्षार्थी निश्चिन्त हो गए थे। यदि आपने इसे गंभीरता से नहीं लिया होगा तो यह एक भूल साबित हो सकती है। यह प्रश्नपत्र बिल्कुल आसान नहीं था! सबक : अर्हता परीक्षाओं हेतु भी आपको ठीक से तैयारी करनी होगी
  • तार्किक योग्यता आवश्यक है : या तो आपको पठन बोध (हिंदी या अंग्रेजी, केवल अंग्रेजी नहीं) में बहुत निपुण होना चाहिए या प्राथमिक गणित और तर्कबुद्धि में निपुण होना चाहिए। यदि आप इन दोनों को हल करने में कठिनाई अनुभव करते हों तो यह प्रश्नपत्र आपके लिए दुःस्वप्न बन सकता है। सबक : तार्किक योग्यता आवश्यक है इसे लगातार विकसित करना जारी रखें।
  • प्रश्न पत्र की संरचना में कोई बड़ा बदलाव नहीं: विषायान्तर्गत प्रश्नों का वितरण निम्नानुसार था - गणित और प्राथमिक संख्यात्मक पर 28 प्रश्न, पठन बोध के 30 प्रश्न और तर्कशक्ति और विश्लेषणात्मक विवेकबुद्धि पर 22 प्रश्न। पिछले वर्ष यह क्रमशः 28, 27, 25 था।
  • पठन बोध: पठन बोध के प्रश्न (जो अंग्रेजी और हिंदी के दर्पण प्रतिलिपि थे) उत्कृष्ट थे! कुल 29 परिच्छेदों से 30 प्रश्न। (पिछले वर्ष समग्र रूप से 27 प्रश्न 17 परिच्छेदों में विस्तारित थे)। यह सुनिश्चित किया गया कि उचित गति से पढने वाले परीक्षार्थी ही हल कर पायें। लेकिन कई विकल्प मुश्किल थे, खासकर “अंतर्निहित" वाले प्रश्न। प्रश्न सभी ज्वलंत मुद्दों पर थे, जिन्हें हम हर रोज, परीक्षा की तैयारी के तौर पर पढ़ते ही हैं! तकनीकी हिंदी की कठिनता को कम करने के लिए हिन्दी परिच्छेदों में अंग्रेजी शब्द सम्मिलित किए गए थे। 30 प्रश्न 29 परिच्छेदों में विस्तारित थे (जिनका प्रत्येक का आकार छोटा था)।
  • गणित आसान नहीं था: अप्रत्यानशित रूप से गणित आसान नहीं था, और यहां तक कि अंकगणित के प्रश्नों को भी हल करने में मेहनत करना पडी। गणित पसंद ना करने वालों और / या गैर-गणित के छात्रों के लिए, यह एक समस्या हो सकती है। 5 से अधिक आसान प्रश्न नहीं थे।
  • तर्कशक्ति और विश्लेषणात्मक विवेकबुद्धि के प्रश्नों के लिए कुछ हद तक मेहनत करनी थी। हालांकि कुछ संबंध आधारित प्रश्न कठिन नहीं थे, तो 3-3 वाले सेट आसान नहीं थे।
  • परिछेदों की अधिक संख्या और गणित के प्रश्नों की प्रकृति को देखते हुए सीसैट 2017 एक कठिन परीक्षा थी। पठन बोध के परिच्छेद स्पष्ट रूप से तीन विषयवस्तुओं पर केंद्रित थे - (1) पारिस्थितिकीय और पर्यावरण (कृषि और खाद्य से संबंधित मुद्दों सहित), (2) शासन और इसकी समस्याएं (जो वर्तमान सरकार के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करते थे), और (3) स्वछता, न्याय के मुद्दे, अधिकार और कर्तव्य, राजनीति आदि।
  • कुल मिलाकर, व्यापक दृष्टि से देखा जाये तो सीसैट के लिए कुछ हद तक अभ्यास निश्चित रूप से आवश्यक है। आप केवल यह मान कर नहीं रह सकते कि आप बिना किसी तैयारी के इसे आसानी से निकाल लेंगे। जिन्होंने इसे बहुत हल्के ढंग से लिया होगा, वे ये बड़ा नुकसान उठा सकते हैं: पेपर I तो पार हो गया और यहाँ समस्या खड़ी हो गई। हम आशा करते हैं कि यह किसी के साथ ना हो। शुभकामनाएँ !


विषयवार वर्गीकरण



विस्तृत प्रश्नवार समाधान (Set C)

निम्नलिखित 7 सात प्रश्नांशों के लिए निर्देशः निम्नलिखित सात परिच्छेदों को पढ़िए और उनके नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नांशों के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

वायु गुणता सूचकांक [एयर काॅलिटी इंडेक्स (AQI)], बहुत से वायु प्रदूषकों की मापों को एकल संख्या अथवा अनुमतांक (रेटिंग) में जोड़कर दिखाने का एक तरीका है। आदर्श रूप में, इस सूचकांक को सतत रूप से अद्यतन (अपडेट) बनाए रखा जाता है और यह विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध रहता है। । AQI सर्वाधिक उपयोगी तब होता है जब बहुत सारे प्रदूषण-आँकड़े एकत्रित किए जा रहे हों, और जब प्रदूषण के स्तर, हमेशा तो नहीं, लेकिन आमतौर पर निम्न रहते हों। इन दशाओं में, यदि प्रदूषण-स्तर कुछ दिनों के लिए अचानक बढ़ जाए, तो जनता वायु गुणता चेतावनी की प्रतिक्रिया में शीघ्रता से निरोधक कार्रवाई (जैसे कि घर के भीतर रहना) कर सकती है। दुर्भाग्य से, शहरी भारत की हालत ऐसी नहीं है। कई बड़े भारतीय शहरों में प्रदूषण-स्तर इतने अधिक होते हैं कि वे वर्ष के ज्यादातर दिनों में स्वास्थ्य के मानकों अथवा नियामक मानकों से ऊपर बने रहते हैं। यदि हमारा सूचकांक दिन पर दिन 'लाल/खतरनाक' दायरे में बना रहता है, तो किसी के लिए भी ज्यादा कुछ करने लायक नहीं रहता सिवाय इसके कि इनकी उपेक्षा करने की आदत बना ले।

1. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है ?

  1. हमारे शहरों को प्रदूषण-मुक्त रखने के लिए हमारी सरकारें पर्याप्त रूप से जिम्मेवार नहीं हैं।
  2. हमारे देश में वायु गुणता सूचकांको की बिल्कुल ही आवश्यकता नहीं है।
  3. हमारे बड़े शहरों के बहुत-से निवासियों के लिए वायु गुणता सूचकांक सहायक नहीं है।
  4. प्रत्येक शहर में, प्रदूषण-सम्बन्धी समस्याओं के बारे में जन-जागरूकता बढ़नी चाहिए।

उत्तर (सी) "वायु गुणवत्ता सूचकांक [ एयर काॅलिटी इंडेंक्स] । ज्वलंत विषय पर आधारित प्रश्न - वायु प्रदूषण। हमें सबसे तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष खोजने के लिए कहा गया है (दिए गए सबूतों और तर्क के आधार पर एक निष्कर्ष)। विकल्प (ए) पूरी तरह से गलत नहीं है, लेकिन इस परिच्छेद से अनुमान नहीं लगाया जा सकता है! विकल्प (बी) गलत है क्योंकि इसका विपरीत अर्थ सही है - हमें इन सूचकांकों की और अधिक ज़रूरत है, और बेहतर क्रियान्वयन के साथ। विकल्‍प (सी) सबसे अच्छा है, क्योंकि ये इंडेक्स हमारे बड़े शहरों के निवासियों के लिए सहायक नहीं हैं। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि इस परिच्छेद में इसके बारे में बात नहीं की गई है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद - 2

उत्पादक नौकरियाँ जॉब विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं और अच्छी नौकरी सर्वोत्तम प्रकार का समावेशन है। हमारी आधी से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, परन्तु अन्य देशों के अनुभव से पता चलता है कि यदि कृषि में प्रति व्यक्ति आय पर्याप्त रूप में बढ़ानी है, तो कृषि पर निर्भर व्यक्तियों की संख्या में कमी लानी चाहिएं। जँहा एक ओर उद्योग में नौकरियाँ सृजित की जा रही हैं, वहीं असंगठित क्षेत्र में ऐसी बहुत सारी नौकरियाँ निम्न उत्पादकता वाली गैर-संविदागत नौकरियाँ होती हैं, जिनमें कम आय और न के बराबर सुरक्षा दी जाती है तथा कोई हितलाभ नहीं दिए जाते। इनकी तुलना में सेवा-क्षेत्र की नौकरिया उच्च उत्पादकता वाली होती हैं, परन्तु सेवाओं में रोजगार-वृध्दि हाल के वर्षो में धीमी रही है।

2. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है?

  1. रोजगार-वृध्दि और समावेशन को सुनिश्चित करने के लिए हमें अत्यधिक उत्पादक सेवा-क्षेत्र की नौकरियों के तीव्रतर विकास की परिस्थितियों को उत्पन्न करना आवश्यक है।
  2. आर्थिक वृध्दि और समावेशन को सुनिश्चित करने के लिए हमें खेतिहर कामगारों को अत्यधिक उत्पादक विनिर्माण और सेवा-क्षेत्रों में स्थानांतरित करना आवश्यक है।
  3. हमें कृषि की उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ कृषि-क्षेत्र से बाहर उत्पादक नौकरियों के तीव्रतर विकास की परिस्थितियों को उत्पन्न करना आवश्यक है।
  4. कृषि में प्रति व्यक्ति आय में वृध्दि लाने के लिए हमें उच्च उपज वाली संकर किस्मों और आनुवंशिकतः रूपांतरित (जेनेटिकली मॉडिफाइड) फसलों की खेती पर बल देना आवश्यक है।

उत्तर (सी) "उत्पादक नौकरियां विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं…" एक ज्‍वलंत विषय पर आधारित प्रश्न – नौकरियां। हमें सबसे तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष खोजने के लिए कहा गया है। विकल्प (ए) अच्छा लग रहा है, लेकिन परिच्छेद से तथ्य ज्ञात होता है कि सर्विस जॉब तेजी से बढ़ नहीं रही है । विकल्प (बी) गलत है क्योंकि ऐसी नौकरियों में उत्पादकता भारत में निम्‍न ही है, उच्‍च नहीं। विकल्प (सी) सबसे अच्छा है जिससे तार्किक रूप से अनुमान लगाया जा सकता है - यह है कि अब हमें खेतिहर कामगारों को समाहित करने और कृषि में सुधार करने के लिए एक राष्ट्र के रूप में क्या करना चाहिए। विकल्प (डी) गलत है, क्योंकि अन्य देशों में इसके अनुभव अन्यथा है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)

परिच्छेद - 3

भूमि उपयोग में दृश्यभूमि पैमाने के उपागम (अप्रोच) से, संरक्षित क्षेत्रों के बाहर और अधिक जैव विविधता को प्रोत्साहन मिल सकता है। वर्ष 1998 में प्रभंजन (हरिकन) ’मिच’ के दौरान, पर्यावरणीय कृषि पध्दतियों के उपयोग करने वाले फार्मो का, पारम्परिक तकनीकों के उपयोग करने वाले फार्मो की तुलना में, क्रमशः होंडुरास, निकारागुआ और ग्वाटेमाला में 58 प्रतिशत, 70 प्रतिशत और 99 प्रतिशत, कम नुकसान हुआ। कोस्टारिका में, वानस्पतिक वात-रोधों (विंडब्रेक्स) और बाड़ कतारों के उपयोग से, पक्षी-विविधता में वृध्दि के साथ-साथ, किसानों की चरागाह और कॉफी से होने वाली आय में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई। प्राकृतिक अथवा अर्ध-प्राकृतिक आवास के निकटतर कृषि-भूमि होने पर मधुमक्खियों से होने वाला परागण अधिक प्रभावकारी होता है, यह निष्कर्ष महत्वपूर्ण है, क्योंकि विश्व की 107 अग्रणी फसलों का 87 प्रतिशत परागण करने वाले जंतुओं पर निर्भर है। कोस्टारिका, निकारागुआ और कोलम्बिया में, वन-पशुचारी (सिल्वोपास्टरल) प्रणालियाँ, जिनमें पेड़ चरागाह-भूमियों के साथ एकीकृत हैं, पशु-उत्पादन की धारणीयता में सुधार ला रही हैं और किसानों की आय में विविधता और वृध्दि ला रही हैं।

3. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है?

  1. जैव विविधता को बढ़ाने वाली कृषि पद्धतियाँ प्रायः फार्म उत्पादन में वृध्दि और आपदाओं के प्रति असुरक्षितता को कम करती हैं।
  2. विश्व के सभी देषों को पर्यावरणीय कृषि के स्थान पर पारम्परिक कृषि करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
  3. संरक्षित क्षेत्रों में, वहाँ की जैव विविधता को नष्ट किए बिना, पर्यावरणीय कृषि की अनुमति दी जानी चाहिए।
  4. खाद्य फसलों की उपज तब अत्यधिक होगी, जब उनकी खेती में पर्यावरणीय कृषि पद्धतियाँ अपनायी जाए।

उत्तर (ए) "भूमि उपयोग में दृश्यभूमि..." ज्‍वलंत विषय पर आधारित प्रश्न - प्राकृतिक आपदाएं। हमें सबसे तार्किक और तर्कसंगत अनुमान खोजने के लिए कहा गया है। परिच्छेद हमें बताता है कि भूमि उपयोग (खेती में), भौतिक दृश्‍यभूमि पैमाने के अनुसार होना चाहिए, यदि आपदा के प्रभाव को समाहित करना है। दिलचस्प! विकल्प (ए) सही है, क्योंकि इसके अनुसार, "जैव विविधता को बढ़ाने वाली कृषि पद्धतियां के उपयोग से उत्पादन बढ़ सकता है"। परिच्छेद में यह भी कहा गया है, हालांकि शुरूआती दृश्‍यभूमि पैमाने के उपागम जो जैव विविधता को प्रोत्साहित करता है आदि। विकल्प (बी) गलत है क्योंकि परिच्छेद में दिए उल्‍लेख के बिल्‍कुल विपरीत है! विकल्प (सी) गलत है क्योंकि पहले वक्तव्य में ही यह उल्‍लेख है "संरक्षित क्षेत्र के बाहर"। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि यह चर्चा में नहीं है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद - 4

भारतीय विनिर्माण के लिए मध्यावधि चुनौती, निम्नतर से उच्चतर प्रौद्योगिक क्षेत्रों, निम्नतर से उच्चतर मूल्यर्धित क्षेत्रों और निम्नतर से उच्चतर उत्पादकता क्षेत्रों की ओर बढ़ने की है। मध्यम प्रौद्योगिक उद्योगों में मुख्य रूप से अत्यधिक पूँजी लगी होती है और उनमें संसाधनों का प्रक्रमण होता है; और उच्च प्रौद्योगिक उद्योगों में मुख्य रूप से अत्यधिक पूँजी और प्रौद्योगिकी लगी होती है। सम्पूर्ण GDP में विनिर्माण के हिस्से को प्रकल्पित 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र को, विश्व-बाजार के उन क्षेत्रों पर कब्जा करने की आवश्यकता है, जिनमें बढ़ती हुई माँग की प्रवृत्ति हैं। इन क्षेत्रों में अधिकांश रूप से उच्च प्रौद्योगिकी और पूँजी लगी होती है।

4. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है?

  1. मध्यम प्रौद्योगिक और संसाधनों का प्रक्रमण करने वाले उद्योगों में, भारत की GDP, उच्च मूल्य-वर्धित तथा उच्च उत्पादकता स्तरों को दर्शाती है।
  2. भारत में अत्यधिक पूँजी और प्रौद्योगिकी वाले विनिर्माण का संवर्धन करना सम्भव नहीं है।
  3. भारत को, अनुसंधान एवं विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन और कौशल विकास में सरकारी निवेश बढ़ाना चाहिए और गैर-सरकारी निवेशों को प्रोत्साहित करना चाहिए।
  4. भारत ने पहले से ही विश्व बाजार के उन क्षेत्रों में बड़ हिस्सा प्राप्त कर लिया है, जिनमें बढ़ती हुई माँग की प्रवृत्ति है।

उत्तर (ए) "भारतीय विनिर्माण के लिए मध्यावधि चुनौती ..." ज्‍वलंत विषय पर आधारित - विनिर्माण और मेक इन इंडिया। हमें सबसे तार्किक और तर्कसंगत अनुमान खोजने के लिए कहा गया है। परिच्छेद हमें बताता है कि भारतीय विनिर्माण को सभी 3 क्षेत्रों में निम्न से उच्च स्‍तर तक जाने की जरूरत है - प्रौद्योगिकी, मूल्य और उत्पादकता। परिच्छेद अनुसार विकल्प (ए) तथ्यात्मक रूप से गलत है। मध्यम तकनीक वाले उच्च मूल्य-वर्धित नहीं होते हैं। विकल्प (बी) गलत है क्योंकि यही सुझाव दिया जा रहा है! विकल्प (सी) ही परिच्छेद में सम्मिलित है। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि हम अभी भी इसे प्राप्त करना चाहते हैं। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद - 5

पिछले दशक के दौरान भारतीय कृषि, खाद्यान्न व तिलहन का रिकॉर्ड उत्पादन करने के साथ, और अधिक सुदृढ़ हुई है। इसके परिणामस्वरूप बढी हुई खरीद से भंडारगृहों में खाद्यान्न के स्टॉक मे भारी बढोतरी हुई हैं। भारत चावल, गेहूँ , दूध, फलों व सब्जियों के विश्व के शीर्ष उत्पादकों में से एक है। फिर भी विश्वभर के न्यूनपोषित लोगों का एक-चौथाई भाग भारत में है। औसत रूप से, देश के कुल परिवारों के लगभग आधे परिवारों में कुल व्यय का लगभग आधा व्यय भोजन पर होता है।

5. निम्नलिखित में से कौन-सा उपर्युक्त परिच्छेद का सर्वाधिक तार्किक उपनिगमन (कोरोलरी) है?

  1. गरीबी और कुपोषण को कम करने के लिए खेत-से-थाली (फार्म-टु-फार्क) तक की मूल्य श्रृंखला की दक्षता में बढ़ोतरी करना जरूरी है।
  2. कृषि उत्पादकता में बढ़ोतरी करने से भारत में स्वतः ही गरीबी और कुपोषण दूर हो जाएगा।
  3. भारत की कृषि उत्पादकता पहले से ही बहुत अधिक है और इसे और अधिक बढ़ाया जाना आवश्यक नहीं है।
  4. सामाजिक कल्याण और गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के लिए अधिक निधि का आबंटन करने से भारत से गरीबी और कुपोषण का अन्ततः उन्मूलन हो जाएगा।

उत्तर (ए) "पिछले दशक के दौरान भारतीय कृषि में ..." । ज्‍वलंत विषय पर आधारित प्रश्न - रिकॉर्ड कृषि उत्पादन और संबंधित समस्याएं। हमें सबसे तार्किक और तर्कसंगत अनुमान खोजने के लिए कहा जाता है। परिच्छेद हमें बताता है कि हमारे रिकॉर्ड उत्पादन अन्य नकारात्मक परिणामों के साथ चल रहे है । हमें सबसे तार्किक उपनिगम (एक तर्क जो इस तर्क से निकलता है) पूछा जाता है। विकल्प (ए) इसके बाद आता है, क्योंकि केवल तभी कुपोषण और गरीबी कम होगी। विकल्प (बी) गलत है, क्योंकि कुछ भी स्वचालित रूप से नहीं होता है। विकल्प (सी) गलत है चूंकि "उत्पादकता" का अर्थ "उत्पादन" नही है। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि इसका कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद - 6

राज्य मोतियों के समान हैं तथा केन्द्र वह धागा है जो उन्हें हार में पिरोता है; यदि धागा टूट जाए, तो मोती बिखर जाते हैं।

6. निम्नलिखित विचारों में से कौन-सा एक उपर्युक्त कथन की संपुष्टि करता है?

  1. शक्तिशाली केन्द्र और शक्तिशाली राज्य, एक मजबूत संघ (फेडरेशन) बनाते हैं।
  2. शक्तिशाली केन्द्र, राष्ट्रीय अखण्डता हेतु एक बंधनकारी शक्ति है।
  3. शक्तिशाली केन्द्र, राज्य स्वायत्तता में बाधा है।
  4. राज्य की स्वायत्तता, संघ (फेडरेशन) के लिए पूर्वापेक्षा है।

उत्तर (बी) "राज्य मोतियों के समान है तथा केंद्र…"। एक संवेदनशील विषय पर आधारित प्रश्न - भारतीय संघ में केंद्र-राज्य संबंध। हमें यह बताने के लिए कहा जाता है कि कौन से विकल्प कथन से मेल करता है। परिच्छेद हमें बताता है कि अगर केंद्र कमजोर होता है, तो भारत का संघ टूट जाएगा! विकल्प (ए) पर विचार नहीं किया जा रहा है। विकल्प (बी) स्पष्ट रूप से सही है। विकल्प (सी) इस विचार का ठीक विपरीत है। विकल्प (डी) पर चर्चा नहीं की गई है। इसलिए, सबसे अच्छा उत्तर है (बी)।

परिच्छेद - 7

वास्तव में, मेरा मानना है कि इंग्लैंड में निर्धनतम व्यक्ति को भी एक वैसा ही जीवन जीना है जैसा कि महानतम व्यक्ति को, और इसलिए सच में, मैं मानता हूं कि यह स्पष्ट है कि हर उस व्यक्ति का, जिसे सरकार के अधीन रहना है, सबसे पहले अपनी सहमति से स्वयं को सरकार के अधीन कर देना चाहिए, और मेरा यह अवश्य मानना है कि इंग्लैंड का निर्धनतम व्यक्ति, सही अर्थ में ऐसी सरकार से कतई बंधा हुआ नहीं है जिसके अधीन स्वयं को करने में उसकी कोई राय नहीं रही हो।

7. उपर्युक्त कथन किसके समर्थन में तर्क प्रस्तुत करता है?

  1. सम्पत्ति का सबको समान वितरण
  2. शासितों की सहमति के अनुसार शासन
  3. निर्धनों के हाथ में शासन
  4. धनिकों का स्वत्वहरण (एक्सप्रोप्रिएशन)

उत्तर (बी) "वास्तव में मेरा मानना है कि इंग्लैंड..." अंग्रेजी माध्यम के छात्रो को यह एक ही बार पढ़ने में यह समझना मुश्किल था, और हिंदी अनुवाद को पढ़ने से बहुत मदद मिली होगी। वाक्‍यांश इस शर्त के लिए तर्क देता है कि जिस व्यक्ति को सरकार के अधीन ---- हैं, उन्‍हें प्रक्रिया (प्रस्तुत / समर्पण करने की) जारी रहने के दौरन ही अपनी सहमति दे देना चाहिये। इसलिए, विकल्प (ए), (सी) और (डी) गलत हैं, और सबसे सही उत्तर है (बी)।

8. किसी शहर में पहले चार दिन औसत वर्षा 0.40 इंच दर्ज की गई। आखिरी दो दिन 4:3 के अनुपात में वर्षा हुई। छः दिनों की औसत वर्षा 0.50 इंच थी। पाँचवें दिन कितनी वर्षा हुई?

  1. 0.60 इंच
  2. 0.70 इंच
  3. 0.80 इंच
  4. 0.90 इंच

उत्तर (सी) औसत के आधार पर एक प्रश्न। नब्बे दिन की वर्षा X (n) होना चाहिए। तो, पहले आंकड़ों के मुताबिक, और औसत सूत्र का उपयोग करते हुए, हम प्राप्त करते हैं: [x (1) + x (2) + x (3) + x (4)] / 4 = 0.4 इंच तो एक्स (1) + x (2) ...... x (4) = 1.6 इंच ............ (1) इसके अलावा, 5वें दिन से 6वें दिन तक वर्षा का अनुपात 4: 3 है। इसलिए, x(5) = 4x और x (6) = 3x हो सकते हैं तो दूसरे डेटा के अनुसार - [x (1) + x (2) + x (3) + x (4) + x (5) + x (6)] / 6 = 0.5 इंच तो, x (1) + x (2) + .... + x (5) + x (6) = 3 इंच ............ (2) अब समीकरण (1) समीकरण (2) में डालने पर x(5) + x(6) = 3 - 1.6 = 1.4 इंच देता है। अब दिए गए अनुपात के अनुसार x (5) और x (6) के मूल्य डालते हैं तो, 4x + 3x = 1.4 या, x = 0.2 तो x (5) = 4x = 0.8 इंच उत्तर है (सी)।

निम्नलिखित 3 (तीन) प्रश्नांशों के लिए निर्देशः

दी गयी सूचना पर विचार कीजिए और उनके नीचे आने वाले तीन प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए।

व्याख्याता A, B, C, D, E, F और G विभिन्न शहर-हैदराबाद, दिल्ली, शिलॉग्ड़, कानपुर, चेन्नई, मुंबई और श्रीनगर (आवश्यक नहीं कि इसी क्रम में हों) के हैं जो एक सम्मेलन में शामिल हुए। इनमें से प्रत्येक व्याख्याता अलग-अलग विषय-अर्थशास्त्र, वाणिज्य इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल, गणित और सांख्यिकी (आवश्यक नहीं कि इसी क्रम में हों) का विशेषज्ञ है। इसके साथ ही

  1. कानपुर का व्याख्याता भूगोल में विशेषज्ञ है
  2. व्याख्याता D, शिलॉंग का है
  3. व्याख्याता C, जो दिल्ली का है, समाजशास्त्र में विशेषज्ञ है
  4. व्याख्याता B, न तो इतिहास में न ही गणित में, विशेषज्ञ है
  5. व्याख्याता A, जो अर्थशासस्त्र में विशेषज्ञ है, हैदराबाद का नहीं है
  6. व्याख्याता F, जो वाणिज्य में विशेषज्ञ है, श्रीनगर का है
  7. व्याख्याता G, जो सांख्यिकी में विशेषज्ञ है, चेन्नई का है

9. भूगोल में विशेषज्ञ कौन है?

  1. B
  2. D
  3. E
  4. निर्धारित नहीं किया जा सकता क्योंकि आँकड़े अपर्याप्त हैं

10. अर्थशास्त्र में विशेषज्ञ व्याख्याता किस शहर का है?

  1. हैदराबाद
  2. मुंबई
  3. न तो हैदराबाद, न ही मुंबई
  4. निर्धारित नहीं किया जा सकता क्योंकि आँकड़े अपर्याप्त हैं

11. निम्नलिखित में से कौन हैदराबाद का है?

  1. B
  2. E
  3. न तो B, न ही E
  4. निर्धारित नहीं किया जा सकता क्योंकि आँकड़े अपर्याप्त हैं

उत्तर (ए) आइए पहले व्याख्याताओं को उनके निवास स्थान आवंटित करने का प्रयास करें:
डी - शिलॉंग, एफ - श्रीनगर (वाणिज्य), सी - दिल्ली (समाजशास्त्र), जी - चेन्नई (सांख्यिकी) अब देखें कि ए - हैदराबाद से नहीं है (उल्लेखित है) इसलिए केवल संभावित स्थान मुंबई या कानपुर हैं। लेकिन कानपुर के व्याख्याता भूगोल के विशेषज्ञ हैँ। तो ए मुंबई से है (वह अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ है)। तो, प्रश्न 10 का उत्तर है (बी) मुंबई। अब शेष विषयों से: ए-अर्थशास्त्र, सी-समाजशास्त्र, एफ-वाणिज्य, जी- सांख्यिकी, इसलिए केवल संभावित विषयों में इतिहास, भूगोल और गणित हैं। अब बी इतिहास या गणित के विशेषज्ञ नहीं है। वह भूगोल में विशेषज्ञ है इसलिए प्रश्न 9 का उत्तर है (ए)। अब, ए-मुंबई, बी-कानपुर (बताया है), सी-दिल्ली, डी-शिलाँग, एफ-श्रीनगर, जी-चेन्नई। इसलिए केवल शेष बचा ई हैदराबाद ही से है। तो प्रश्न 11 का उत्तर है (बी)।

12. किसी पाठशाला में पाँच शिक्षक A, B, C, D और E हैं। A और B हिन्दी तथा अंग्रेजी पढ़ाते हैं। C और B अंग्रेजी और भूगोल पढ़ाते हैं। D और A गणित और हिन्दी पढ़ाते हैं। E और B इतिहास और फ्रेंच पढ़ाते हैं। सबसे अधिक विषय कौन पढ़ाता है?

  1. A
  2. B
  3. D
  4. E

उत्तर (बी) हमें एक सरल तालिका तैयार करनी है, जैसा कि नीचे दिखाया गया है। यह एक आसान सवाल है और एक मिनट में हल हो सकता है। उत्तर। (बी) बी सबसे अधिक विषय सिखाते हैं!

13. एक 2-अंकीय संख्या को उत्क्रमित किया गया। उन दो संख्याओं में से बड़ी संख्या को छोटी संख्या से विभाजित किया गया। वृहत्तम संभव शेषफल क्या है?

  1. 9
  2. 27
  3. 36
  4. 45

उत्तर (डी) तार्किक रूप से, जब व्रहत्तम सम्भव शेषफल पूछा जाता है, विकल्प (डी) से शुरू करें। यदि हमें शेषफल के रूप में 45 मिलता है तो यह अंतिम हल (सबसे बड़ा विकल्प) है। अब बुनियादी गणित के अनुसार, कोई भी संख्या जो एक विभाजक है शेषफल से अधिक होना चाहिए। इसलिए यदि हम शेषफल के रूप में 45 चाहते हैं तो हमें 45 से अधिक (जो कि विभाजक होगा) चुनना होगा। सही? तो पहले हम 46 से 49 की श्रेणी में कोशिश करेंगे। 49 चुनने पर हम देखते हैं कि इसका उलटा 94 हैं, और 94/49 का शेषफल 45 है। इसलिए हमारा उत्तर 45 है। इसलिए विकल्प (डी)।

14. X और Y की मासिक आय 4:3 के अनुपात में हैं और उनके मासिक व्यय 3:2 के अनुपात में है। फिर भी, उनमें से प्रत्येक प्रतिमाह रूपये 6,000 की बचत करता है। उनकी कुल मासिक आय क्या है?

  1. रूपये 28,000
  2. रूपये 42,000
  3. रूपये 56,000
  4. रूपये 84,000

उत्तर (बी) मान लें मासिक आय X= 4 p मासिक आय Y = 3p (अनुपात 4: 3 दिया गया है)। सुनिश्चित करें कि आप X और Y नहीं लेते हैं! अब मासिक व्यय X = 3q फिर मासिक व्यय Y = 2q उनमें से प्रत्येक ने रुपये 6000 प्रतिमाह बचाया। इसलिए बचत = आय - व्यय, इसलिए 4p - 3q = 6000 ............... .. (1) और 3p - 2q = 6000 ............... .. (2) दोनों समीकरणों को घटाकर , हमें 4p - 3p - 3q + 2q = 0 मिलता है। हमें मिलता है, p = q तो समीकरण (1) में पी = q डालकर, हमें मिलते हैं, p = q = 6000 अब कुल मासिक आय = 4p + 3q = 7p = 7 x 6000 = रु 42000 इसलिए, उत्तर है (बी)।

15. किसी कमरे की दो दीवारें और एक छत बिन्दु P पर समकोण बनाते हुए मिलती हैं। एक मक्खी हवा में है जो पहली दीवार से 1 m, दूसरी दीवार से 8 m तथा बिन्दु P से 9 m दूर है। वह मक्खी छत से कितने मीटर दूर है?

  1. 4
  2. 6
  3. 12
  4. 15

उत्तर (ए) माना कि xy सतह छत है। इसलिए, yz सतह पहली दीवार हो, और zx सतह दूसरी दीवार है। मक्‍खी हवा में कहीं है। अब, पहली दीवार से दूरी है = 1 मीटर और दूसरी दीवार से दूरी है = 8 मीटर, साथ ही, P से दूरी है 9 मीटर। मानें कि अब छत से इसकी दूरी z मीटर है। तो दो बिंदुओं के बीच दूरी के सूत्र को लागू करके, √((x-x1)^2+(y-y1)^2+ (z-z1)^2 ) हमे बिन्‍दु P (0,0,0) से √((1-0)^2+ (8-0)^2+(z-0)^2 ) = 9 के रूप में दूरी प्राप्त नहीं होगी। दोनों तरफ इसका वर्ग करने पर 1 + 64 + z ^ 2 = 81. इसलिए z = 4। इसलिए छत से दूरी 4 मीटर है। उत्तर है (ए)।

निम्नलिखित 3 (तीन) प्रश्नांशों के लिए निर्देशः

निम्नलिखित सूचना पर विचार कीजिए और उनके नीचे आने वाले तीन प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए।

आठ रेलवे स्टेशन A, B, C, D, E, F, G और H या तो दो-तरफा मार्गों या एक-तरफा मार्गों से जुड़े हैं। एक-तरफा मार्ग C से A तक, E से G तक, B से F तक, D से H तक, G से C तक E से C तक H से G तक हैं। दो-तरफा मार्ग A और E के बीच, G और B के बीच, F और D के बीच, तथा E और D के बीच हैं।

16. C से H तक यात्रा करते हुए निम्नलिखित स्टेशनों में से किस एक से गुजरना ही होगा?

  1. G
  2. E
  3. B
  4. F

17. कोई रेलगाड़ी F से A तक किसी स्टेशन को बिना एक बार से अधिक पार किए कितने विभिन्न प्रकार से जा सकती है?

  1. 1
  2. 2
  3. 3
  4. 4

18. यदि G और C के बीच का मार्ग बंद कर दिया जाता है, तो H से C तक यात्रा करते समय निम्नलिखित स्टेशनों में से किस एक से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी?

  1. E
  2. D
  3. A
  4. B

उत्तर (सी) हम सभी संभव पोर्टलों को संक्षेप में लिखते हैं। (कुंजी - '-' का अर्थ एकतरफा तथा, '=' को दोतरफा)
अब प्रश्‍न 16 के लिए हमें C से H तक जाना है। यदि हम c छोड़ना चाहते हैं तो केवल एक ही संभावना है, कि A पर जाया जाये। अब A से केवल एक ही संभावना है कि E पर जाया जाये। इसलिए प्रत्येक यात्रा के लिए जब हमें C से H तक जाना होगा, हम E से गुजरेंगे। उत्तर है (बी)। प्रश्‍न 17 के लिए निम्नलिखित पथ संभव हैं: F–D–E–C–A, or F–D–H–G–C–A, or F–D–E–A, or F–D–E–G–C–A । इसलिए किसी भी स्टेशन को दोहराए बिना F से H तक जाने के चार तरीके हैं तो प्रश्न 17 का उत्तर है (डी)। प्रश्‍न 18 के लिए हम मार्ग G–C बंद कर देंगे। अब H to C यात्रा करने की संभावनायें निम्नानुसार हैं: H–G–E–C और H–G–B–F–D–E–C। इसलिए कहीं भी हमें A के माध्यम से यात्रा नहीं करना होगी। इसलिए प्रश्‍न 18 का उत्तर है (सी)।

19. कुछ 2-अंकीय संख्याएं हैं। इन संख्याओं और इनके अंकों को उलट देने पर बनने वाली संख्याओं का अंतर सदैव 27 रहता है। ऐसी अधिकतम कितनी 2-अंकीय संख्याएं हैं?

  1. 3
  2. 4
  3. 5
  4. उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर (डी) यह प्रश्न मूल संख्या सिद्धांत पर आधारित है। माना कि संख्याओं xy और yx हैं, इसलिए उनके मूल्य होंगे (10x + y) और (10y + x) अब (10x + y) - (10y - x) = 27 (दिया है) => 9x - 9y = 27 => x - y = 3 तो संभव संयोजन 9-6, 8-5, 7-4, 6-3, 5-2, 4-1, 3-0 है। तो मामलों की कुल संख्या = 7. इसलिए, उत्तर है (डी) - उपरोक्त में से कोई नहीं

20. यदि 150 पृष्ठों की एक पुस्तक में 1 से 150 तक संख्याएं अंकित करनी हैं, तो पुस्तक में मुद्रित अंको की कुल संख्या क्या है?

  1. 262
  2. 342
  3. 360
  4. 450

उत्तर (डी) हमने पृष्ठ 1 से 150 तक मुद्रित किया है। इस सवाल को हल करने के लिए सरल जोड़ की आवश्यकता है। पृष्ठ 1 से 9 में कुल संख्‍यायें = 9 पृष्ठ 10 से 99 में कुल संख्‍यायें = 90 x 2 = 180 पृष्ठ 100 से 150 में कुल संख्‍यायें = 51 x 3 = 153 इसलिए, सभी अंकों का जोड़ = 342

निम्नलिखित 8 (आठ) प्रश्नांशों के लिए निर्देशः

निम्नलिखित सात परिच्छेदों को पढ़िए और उनके नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नांशो के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

परम्परागत संस्थाओं, पहचानों और निष्ठाओं के विघटन से दो-तरफा (ऐम्बिवैलेंट) स्थ्तियाँ उत्पन्न होने की सम्भावना होती है। यह सम्भव है कि कुछ लोग परम्परागत समूहों के साथ फिर से अपनी नई पहचान बनाएँ, जबकि अन्य लोग राजनीतिक विकास की प्रक्रियाओं से उत्पन्न होने वाले नए समूहों और प्रतीकों के साथ खुद को जोड़ लें। इसके अतिरिक्त, राजनीतिक विकास की यह प्रवृत्ति होती है कि वह विविध वर्गों, जनजातियों, क्षेत्रों कुलों, भाषाओं, धर्मों, व्यवसायों एवं अन्य समुहों की समूह-चेतना का पोषण करती है।

21. निम्नलिखित में स कौन-सी एक उपयुक्त परिच्छेद की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या है?

  1. राजनीतिक विकास एक दिशा में चलने वाली प्रक्रिया नहीं हैं, क्योंकि इसमें संवृध्दि और हृस दोनों शामिल होते है।
  2. परम्परागत समाज राजनीतिक विकास के सकारात्मक पक्षों का प्रतिरोध करने में सफल होते हैं।
  3. परम्परागत समाजों के लिए, लम्बे समय से बनी हुई निष्ठाओं से मुक्त हो पाना असम्भव है।
  4. परम्परागत निष्ठाओं को बनाए रखना राजनीतिक विकास में सहायक होता है।

उत्तर (ए) "पारंपरिक संस्थाओं, पहचानों और निष्‍ठाओं के विघटन..." एक ज्‍वलंत विषय के साथ गूंजने वाले प्रश्न - वर्तमान भारत में वर्ग और जाति की पहचान। हमें परिच्‍छेद का सबसे अच्छा स्पष्टीकरण खोजने के लिए कहा जाता है। विकल्प (ए) गलत नहीं है, लेकिन यह सबसे अच्छी व्याख्या है क्योंकि यह दोनों विकास (नई उभरती हुई पहचान) और क्षय (पुरानी समाप्ति की ओर) की बात करती है। विकल्प (बी) गलत है क्योंकि वे हमेशा ऐसा करने में सफल नहीं होते (जो कि विकल्प स्‍वयं कहता है)। "असंभव" शब्द के कारण विकल्प (सी) गलत है। विकल्प (डी) का कहीं भी उल्लेख या उसके बारे में समझाया नहीं गया है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद - 2

पूरे विश्व में सरकार में प्रादेशिकता की एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति रही है, जिसके परिणामस्वरूप 1990 के दशक से क्षेत्रों और समुदायों की ओर सत्ता का व्यापक अधोगामी हस्तांरण होता रहा है। इस प्रक्रिया को, जिसकें अन्तर्गत अवराष्ट्रीय (सब-नैशनल) स्तर पर नई राजनीतिक सत्ताएँ और निकाय बनते हैं तथा उनकी क्षमता और शक्ति में वृध्दि होती है, प्रति-विकास (डीवोल्यूशन) कहते हैं। प्रति-विकास की विशेषता है कि यह तीन घटकों से मिलकर बनता है, वे घटक है-राजनीतिक वैधता,सत्ता का विकेन्दीकरण और संसाधनों का विकेन्द्रीकरण। यहाँ राजनीतिक वैधता से आशय है निचले जनसमुदाय से विकेन्द्रीकरण की प्रक्रिया के लिए उठने वाली माँग, जिसमें विकेन्द्रीकरण के लिए एक राजलीतिक बल निर्मित करने की क्षमता होती है। कई मामलों में, आधरिक स्तर पर इसके लिए पर्याप्त राजनीतिक संघटन हुए बिना ही सरकार के ऊपरी स्तर से विकेन्द्रीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाती है, और ऐसे मामलों में विकेन्द्रीकरण की प्रक्रिया प्रायः अपने उद्देश्य पूरे नहीं कर पाती।

22. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है ?

  1. अवराष्ट्रीय राजनीतिक सत्ताओं के निर्माण के लिए और इस तरह सफल प्रति-विकास और विकेन्द्रीकरण सुनिश्चित करने के लिए शक्तिशाली जन नेताओं का उभरना अनिवार्य है।
  2. सरकार के ऊपरी स्तर से क्षेत्रीय समुदायों पर, कानून द्वारा या अन्यथा, प्रति-विकास और विकेन्द्रीकरण को अधिरोपित किया जाना चाहिए।
  3. प्रति-विकास को सफल होने के लिए ऐसे लोकतंत्र की अपेक्षा होती है, जिसमें निचले स्तर के लोगों की इच्छा की स्वतंत्र अभिव्यक्ति हो और आधारिक स्तर पर उनकी सक्रिय भागीदारी हो।
  4. प्रति-विकास होने के लिए जनता में क्षेत्रवाद की प्रबल भावना होनी आवश्यक है।

उत्तर (सी) "पूरे विश्‍व में सरकार में प्रादेशिकता...।" हस्तांतरण और विकेंद्रीकरण, भारत में महत्वपूर्ण मुद्दों (पंचायती राज, स्थानीय निकाय, 14 वां वित्त आयोग, आदि) से संबंधित प्रश्न। हमसे पूछा गया है कि कौन से श्रेष्‍ठ संभावित तर्कसंगत अनुमान है। विकल्प (डी) नकारात्मक लगता है, और विलोपित किया जा सकता है। विकल्प (बी) वास्तविकता के अनुसार गलत है, क्योंकि इससे हस्तांतरण की विफलता होती है। विकल्प (ए) गलत नहीं है, लेकिन विकल्प (सी) की तुलना में, बहुत अच्छा भी नहीं है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर विकल्प (सी) है क्योंकि यह दीर्घकाली‍न सफल हस्तांतरण की प्रक्रिया के सार को अच्छी तरह दर्शाता है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद-3

हम डिजिटल काल में रहते है। डिजिटल सिर्फ ऐसी कोई चीज़ नहीं है जिसका उपयोग कार्यनीतिक रूप से और विशिष्ट तौर पर कुछ कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है। हमारा यह प्रत्यक्ष -ज्ञान कि हम कौन हैं, और हमारे चारों ओर की दुनिया से हम किस प्रकार जुड़ते हैं, और वे तरीके जिनसे हम अपने जीवन, श्रम और भाषा के प्रभाव-क्षेत्रों को परिभाषित करते हैं, बड़े पैमाने पर डिजिटल प्रौद्योगिकियों द्वारा ही संरचित हैं। डिजिटल हर जगह विद्यमान है और हवा की तरह अदृश्य है। हम डिजिटल व्यवस्थाओं के अंदर रहते हैं, हम अन्तरंग गैजेटों (Gadgets) के साथ जीते हैं, हमारी पारस्परिक क्रियाएँ डिजिटल माध्यमों के द्वारा होती हैं, और डिजिटल की मौजुदगी तथा उसकी कल्पना ने हमारे जीवन को प्रभावशाली ढंग से पुरर्संरचित कर दिया है। डिजिटल सिर्फ एक उपकरण मात्र होने से अधिक, वह दशा और सन्दर्भ है जो हमारे आत्म-बोध, समाज-बोध और शासन संरचना बोध के आकार और सीमाओं को परिभाषित करता है।

23. निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और सारभूत सन्देश है, जो उपर्युक्त परिच्छेद द्वारा व्यक्त किया गया है?

  1. डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर शासन की सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
  2. डिजिटल प्रौद्योगिकियों की बात करना हमारे जीवन और जीवनचर्या की बात करना है।
  3. हमारी रचनात्मकता और कल्पना को डिजिटल माध्यमों के बिना अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता।
  4. डिजिटल तंत्रों का उपयोग भविष्य में मानव के अस्तित्व के लिए अत्यावश्यक है।

उत्तर (सी) "हम डिजिटल काल में रहते हैं। ... "यह परिच्‍छेद किसी ऐसे व्‍यक्ति द्वारा लिखी गई है जो पूरी तरह से डिजिटल चीजों से प्रेम करता है, शायद कृत्रिम बुद्धि जैसा! फिर भी, इसे हल करने की कोशिश करते हैं। परिच्‍छेद में यह बात सामने आई है कि कैसे डिजीटल मीडिया टूल्स के साथ मनुष्य सचमुच एक दूसरे से जुड़ गया है। मूल्य आधारित निष्‍कर्ष के बिना, यह मानवता और डिजिटल प्रौद्योगिकी के बीच तीव्र संबंध के बारे में बात करता है। इसलिए, सबसे अच्छा जवाब (बी) है, जबकि विकल्प (ए), (सी) और (डी) को क्रमशः, असंधित, बहुत चरम, और बहुत भविष्यवादी, असंबंधित होने के कारण खारिज किया जा सकता है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)

परिच्छेद-4

IMF ने ध्यान दिलाया है कि एशिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के समक्ष 'मध्यम-आय जाल (मिडिल-इन्कम ट्रैप)' में पड़ जाने का संकट बना हुआ है। इसका आशय यह है कि इन देशों की औसत आय, जो कि अब तक तेजी से बढ़ती रही है, एक बिन्दु से आगे बढ़ना बंद कर देगी-एक ऐसा बिन्दु जो कि विकसित प्रश्चिमी जगत् की आय से काफी कम है। IMF, आधारभूत संरचना से लेकर कमजोर संस्थाओं तक और अपर्याप्त रूप से अनुकूल समष्टि-आर्थिक (मैक्रोइकॉनॉमिक) दशाओं तक, मध्यम-आय जाल के कई कारणों की पहचान करता है-जिनमें से कोई भी आश्चर्यजनक नहीं है। परन्तु, IMF कहता है कि सर्वरूपेण कारण उत्पादकता की वृध्दि में गिरावट है।

24. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत और विवेचनात्मक निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है ?

  1. किसी देश के मध्यम-आय अवस्था में पहुँच जाने से उसकी उत्पादकता में हृस होने का खतरा होता है, जिसके परिणामस्वरूप आय की वृध्दि रूक जाती है।
  2. मध्यम-आय जाल में फँसना तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्थाओं की एक सामान्य विशेषता है।
  3. एशिया की उभरती हुई अर्थव्यस्थाओं के लिए वृध्दि की गति को बनाए रखने की कोई आशा नहीं है।
  4. जहाँ तक उत्पादकता की वृध्दि का प्रश्न है, एशिया की अर्थव्यवस्थाओं का निष्पादन संतोषजनक नहीं है।

उत्तर (ए) "आईएमएफ ने ध्‍यान दिलाया है कि...।" यह परिच्‍छेद तेजी से बढ़ने वाली एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के बारे में है जो उत्पादकता के पतन के कारण आय-विकास की गति रुकने के खतरे झेल रहे है है। हमें सबसे तार्किक निष्कर्ष ढूंढना होगा। एक व्यापक अनुमान ('जनलराइझेज़न') की वजह से विकल्प (बी) गलत है ("... यह तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं की एक विशेषता है"), जबकि परिच्‍छेद केवल कुछ एशियाई अर्थव्यवस्थाओं की बात कर रहा है। विकल्प (सी) चरम है, और इसलिए अस्वीकार कर दिया। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि "सभी एशियाई अर्थव्यवस्थों" में उत्पादकता संबंधित समस्याएं नहीं दिखा रही हैं। इसलिए, सबसे अच्छा जवाब विकल्प (ए) है, हालांकि इसे एक तरोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है जिससे यह कारण-प्रभाव संबंध को भ्रमित कर सकता है, लेकिन अन्य निश्चित रूप से सही नहीं हैं। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद-5

नवप्रवर्तनकारी (इन्नोवेटिव) भारत समावेशी होने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी में भी उन्नत होगा जिससे सभी भारतीयों के जीवन में सुधार आयेगा। नवप्रवर्तन तथा R&D बढ़ती हुई सामाजिक असमानता को कम कर सकते हैं और द्रुत शहरीकरण से उत्पन्न होने वाले दबावों से मुक्त कर सकते हैं। कृषि और ज्ञान-केन्द्रित (नॉलेज-इंटेंसिव) निर्माण और सेवाओं के बीच उत्पादकता में बढ़ते हुए विभेद से, आय-असमानता के बढ़ने का खतरा है। भारत की R&D प्रयोगशालाओं और विश्वविद्यालयों को गरीब लोगों की जरूरतों पर ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित कर तथा ज्ञान-अर्जन के लिए अनौपचारिक प्रतिष्ठानों की क्षमता में उन्नयन कर, एक नवप्रवर्तन और अनुसंधान कार्यक्रम इस प्रभाव का सामना कर सकता है। समावेशी नवप्रवर्तन वस्तु और सेवाओं की लागत को कम कर सकता है तथा गरीब लोगों के लिए आय-अर्जन के अवसर उत्पन्न कर सकता है।

25. निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तार्किक और तर्कसंगत पूर्वधारणा है, जो कि उपर्युक्त परिच्छेद से बनाई जा सकती है ?

  1. गाँवों से शहरों के प्रवसन को कम करने के लिए नवप्रवर्तन तथा R&D ही एकमात्र रास्ता है।
  2. तेजी से विससित होने वाले प्रत्येक देश को कृषि और अन्य क्षत्रों में उत्पादकता के बीच विभेद को न्यूनतम करने की आवश्यकता है।
  3. समावेशी नवप्रवर्तन तथा R&D एक समतावादी समाज बनाने में सहायता कर सकते हैं।
  4. द्रुत शहरीकरण केवल तभी होता है जब किसी देश की आर्थिक वृध्दि तीव्रगामी होती है।

उत्तर (सी) "नवप्रवर्तनकारी भारत समावेशी होने के साथ...." भारत में नवप्रवर्तन और समावेश के बारे में है। यह आने वाले दशकों में भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। हमें सबसे तार्किक धारणा खोजना है जो हम कर सकते हैं। विकल्प (ए) गलत है, यह केवल ग्रामीण से शहरी प्रवास पर केंद्रित है जो मुख्य मुद्दा नहीं है। विकल्प (बी) हमारी पसंद नहीं है क्योंकि यह एक बहुत व्यापक बयान है। विकल्प (सी) सबसे अच्छा है, क्योंकि यह समतावादी समाज (भारत) बनाने के लिए समावेशी नवप्रवर्तन तथा आर एंड डी पर केंद्रित है। विकल्प (डी) गलत है क्योंकि निम्‍न विकास वाले राष्ट्रों में भी लोग शहरों की ओर पलायन कर सकते हैं (और यह इस प्रश्न में मुख्य चिंता नहीं है)। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद-6

यह संभावना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बहुत बड़ी संख्या में लोग बढ़ते हुए पर्यावरणीय जोखिम में पड़ जाएँगे और फलस्वरूप प्रवसन के लिए विवश हो जाएँगे। अंतराष्ट्रीय समुदाय को प्रवासियों की इस नई श्रेणी की पहचान अभी करनी है। अंतराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत शरणार्थी शब्द का एक सुस्पष्ट अर्थ होने के कारण , जलवायु के कारण होने वाले शरणार्थयों की परिभाषा और स्थिति पर कोई सर्वसम्मति नहीं है। यह बात अभी भी समझ से बाहर है कि जलवायु परिवर्तन प्रवसन के मूल कारण के रूप में कैसे कार्य करेगा। यदि जलवायु के कारण होने वाले शरणार्थयों की पहचान हो, तब भी उन्हें संरक्षण कौन प्रदान करेगा? जलवायु परिवर्तन के कारण जो अंतराष्ट्रीय प्रवसन होता है, उस पर कहीं अधिक बल दिया गया है। परंतु आवश्यकता है कि जलवायु-प्रभावित लोगों के, देशों के अंदर में हुए प्रवसन की भी पहचान की जाए ताकि उनकी समस्याओं को उचित प्रकार से दूर किया जा सके।

26. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक तर्कसंगत निष्कर्ष (इन्फरेंस) निकाला जा सकता है ?

  1. विश्व, विशाल पैमाने पर जलवायु के कारण होने वोले शरणार्थियों के प्रवसन का सामना नहीं कर पाएगा।
  2. जलवायु परिवर्तन को और आगे बढ़ने से रोकने के लिए हमें तरीके और साधन ढूँढ़ने चाहिए।
  3. भविष्य में जलवायु परिवर्तन लोगों के प्रवसन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारण होगा।
  4. जलवायु परिवर्तन और प्रवसन के बीच सम्बन्ध अभी भी सही रूप में समझा नहीं गया है।

उत्तर (डी) "यह संभावना है कि जलवायु परिवर्तन….."। परिच्‍छेद जलवायु शरणार्थियों के बारे में है। विकल्प (ए) गलत है क्योंकि यह पर्याप्त जानकारी के बिना एक अंतिम निष्कर्ष (सामना करने में असमर्थ) पर पहुंच रहा है। विकल्प (बी) सामान्य रूप से सही है लेकिन यह परिच्‍छेद विशेष रूप से जलवायु शरणार्थियों (और प्रवासियों) के बारे में है, जलवायु परिवर्तन को रोकने के बारे में नहीं। विकल्प (सी) एक धारणा है विकल्प (डी) परिच्‍छेद का सार है (जो अनुमान लगाया जा सकता है)। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

परिच्छेद-7

अनेक किसान फसल को पहुँचाने वाले कीटों को मारने के लिए संश्लेषित कीअनाशकों का उपयोग करते हैं कुछ विकसित देशों में तो कीटनाशकों की खपत 3000 ग्राम प्रति हेक्टेयर तक पहुँच रही है। दुर्भाग्यवश, ऐसी कई रिपोर्ट हैं कि ऐेसे यौगिकों में अन्तर्निहित विषाक्तता होती है जो खेती करने वालों के, उपभोक्तओं के स्वास्थ्य और पर्यावरण को खतरे में डालती है। संश्लेषित कीटनाशक सामान्यतः पर्यावरण में लगातार बने रहते हैं। खाद्य-श्रृंखला में प्रवेश कर वे सूक्ष्मजैविक विविधता को नष्ट कर पारिस्थितिक (इकालॉजिकल) असंतुलन उत्पन्न करते हैं। इनके अंधाधुंध उपयोग के परिणामस्वरूप कीटों में कीटनाशकों के विरूध्द प्रतिरोध विकसित हुआ है, प्राकृतिक संतुलन में गड़बड़ी हुई है और जिन समष्टियों का उपचार किया जा चुका है वे फिर से बढ़ गई हैं। वानस्पतिक कीटनाशक का उपयोग कर प्राकृतिक पीड़क नियंत्रण करना इनके उपयोगकर्ताओं एवं पर्यावरण के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है, क्योंकि वे सूर्य के प्रकाश की मौजूदगी में कुछ घंटों अथवा दिनों में ही हानिरहित यौगिकों में टूट जाते हैं। कीटनाशी विशेषताओं से युक्त पौधे लाखों वर्षा से, पारिस्थितिक तंत्र पर कोई खराब या प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना, प्रकृति में मौजूद हैं। अधिकांश मृदाओं में आमतौर पर पाए जाने वाले अनेक सूक्ष्मजीव इन्हें सरलता से विघटित कर देते हैं। वे परभक्षियों की जैविक विविधता को बनाए रखने और पर्यावरणीय संदूषण तथा मनुष्यों के स्वास्थ्य संकटों को कम करने में सहायक हैं। पौधों से बनाए गए वानस्पतिक कीटनाशक जैव निम्नीकरणीय (बायोडीग्रेडेबल) होते हैं और फसल सुरक्षा में उनका उपयोग करना व्यावहारिक रूप से एक धारणीय विकल्प है।

27. उपर्युक्त परिच्छेद के आधार पर निम्नलिखित पूर्वधारणाएँ बनाई गई हैं :

  1. आधुनिक कृषि में, संश्लेषित कीटनाशकों का उपयोग कभी भी नहीं करना चाहिए।
  2. धारणीय कृषि का एक उद्देश्य अल्पतम पारिस्थितिक असंतुलन को सुनिश्चित करना है।
  3. वानस्पतिक कीटनाशक, संश्लेषित कीटनाशकों की तुलना में, अधिक प्रभावकारी होते हैं।

उपर्युक्त पूर्वधारणाओं में से कौन-सा/से सही है/हैं?

  1. केवल 1 और 2
  2. केवल 2
  3. केवल 1 और 3
  4. 1, 2, और 3

उत्तर (बी) "अनेक किसान फसल को हानि पहुंचाने वाले…..।" शायद सबसे आसान सवालों में से एक। यह कीटनाशकों, पारिस्थितिक संतुलन और स्थिरता के संवेदनशील मुद्दे के बारे में बात करता है। विकल्प तकनीक का उन्मूलन आपको सीधे मदद कर सकता है। वक्तव्य 1 अत्यधिक चरम है - "आधुनिक कृषि में कृत्रिम कीटनाशकों का उपयोग कभी नहीं किया जाना चाहिए"। यह कहीं भी उल्लेखित नहीं है, और हम अधिकतम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि इसका उपयोग कम से कम किया जाना चाहिए। इसलिए 1 गलत है। अत: केवल विकल्प (बी) सही है।

28. जैव कीटनाशकों के विषय में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

  1. वे मानवीय स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं हैं।
  2. वे पर्यावरण में लगातार बने रहते हैं।
  3. वे किसी भी पारिस्थितिक तंत्र की जैव विविधता बनाए रखने के लिए अनिवार्य हैं।

निचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

  1. केवल 1
  2. केवल 1 और 2
  3. केवल 1 और 3
  4. 1, 2 और 3

उत्तर (ए) "अनेक किसान फसल को हानि पहुंचाने वाले…..।" चूंकि वाक्‍यांश 1 सभी विकल्पों में मौजूद है, इसलिए इसे पढ़ने से अर्थ नही है। वाक्‍यांश 2 गलत है (संश्‍लेषित बने रहते हैं, जैव कीटनाशक नहीं)। वाक्‍यांश 3 सही नहीं है, क्योंकि यह ऐसे गुणों वाले "बायोपेस्टीसाइड" की बात करता है, ना कि पौधों की। तो केवल 1 सही है अत: सबसे अच्छा जवाब विकल्प है (ए)।

29. कुछ 3-अंकीय संख्याओं की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं:

  1. सभी तीन अंक भिन्न-भिन्न हैं।
  2. संख्या 7 से विभाजित होती है।
  3. संख्या के अंकों को उलट देने से बनने वाली संख्या भी 7 से विभाजित होती है।

ऐसी कितनी 3-अंकीय संख्याएँ हो सकती हैं?

  1. 2
  2. 4
  3. 6
  4. 8

उत्तर (बी) यह वास्तव में मुश्किल लगता है, लेकिन हल किया जा सकता है। लगातार सैकडे के बीच तथा 7 से विभाजित होने वाली संख्‍याओं को छांट लें, तालिका में दिखाए अनुसार। अब, याद रखें, दो समान अंकों वाले किसी भी नंबर को रद्द करना है (शर्त 1)। और, जब आपको पहली संभव संख्या मिलती है (इस मामले में 168), तो आप को अपने आप दूसरी संख्‍या (168 के उलटा, अर्थात 861) मिलती हैं। तो हमारे पास 2 संख्‍यायें हैं। फिर चेक करते रहें और आपको अगली संख्‍या 259 मिल जाएगी। तो 592 भी वहाँ है। इसलिए अभी तक 4 संख्‍या। आपको जल्दी ही एक पैटर्न दिखाई देगा, जब आप किसी संख्या की जांच करेंगे, तो इसका उल्टा इस तालिका में ही दिख जाना चाहिए। इसलिए, उदाहरण के लिए, यदि आप 427 देखते हैं, तो इसका उलटा 724 होगा और तालिका में होना चाहिए। जो कि नहीं है। इसलिए 427 वैसे भी संभव समाधान कभी नहीं हो सकता। उन्मूलन बहुत आसान हो जाता है और अधिकतम संख्या केवल 4 होगी। उत्तर है (बी)


30. निम्नलिखित कथनों की परीक्षा कीजिएः

  1. सभी रंग सुखद हैं।
  2. कुछ रंग सुखद हैं।
  3. कोई भी रंग सुखद नहीं हैं।
  4. कुछ रंग सुखद नहीं हैं।

यदि कथन 4 सत्य है, तो निश्चित रूप से क्या निष्कर्ष निकाला जा सकता है?

  1. 1 और 2 सत्य हैं।
  2. 3 सत्य है।
  3. 2 असत्य है।
  4. 1 असत्य है।

उत्तर (डी) एक सरल तार्किक तर्क प्रश्न। यदि कुछ रंग सुखद नहीं होते हैं (वाक्‍यांश 4), तो विकल्प (डी) अर्थात वाक्‍यांश 1, "सभी रंग सुखद हैं" निश्चित रूप से गलत है। इसलिए उत्तर है (डी)।

31. 99 तथा 1000 के बीच ऐसी कितनी संख्याएँ हैं, जिनमें अंक 8 इकाई स्थान पर है?

  1. 64
  2. 80
  3. 90
  4. 104

उत्तर (सी) हमें उन संख्याओं को ढूँढ़ना होगा जिनमें "8" इकाई स्थान पर होगा। सभी नंबर 3 अंकीय नंबर होंगे जैसे _ _ 8, जिसमें पहली जगह 9 तरीकों (1,2,3,4,5,6,7,8,9 में से किसी एक) से भरी जा सकती है और दूसरा स्थान 10 अंकों (1, 2, 3, 4, 5, 7, 8, 9, 0) से 10 तरीके से भरा जा सकता है। इसलिए गिनती के सिद्धांत के अनुसार कुल 10 x 9 = 90 तरीके हैं। इसलिए उत्तर है (सी)।

32. यदि एक प्रतिदर्श आँकड़े के लिए

माध्य < माध्यिका < बहुलक

है, तो वितरण

  1. सममित है
  2. दाहिनी ओर विषम है
  3. न सममित है और न विषम है
  4. बायीं और विषम है

उत्तर (डी) बुनियादी आँकड़ों से कम अपेक्षित एक प्रश्न! जब वितरण सममित होता है, इसका मतलब है माध्य = माध्यिका = बहुलक तो (ए) गलत है। पीयरसन मोड स्कीवनेस के अनुसार, यदि माध्यिका > बहुलक > माध्य, तो डेटा बाईं ओर विषम है, इसलिए इस स्थिति में यह बाईं तरफ विषम है तो (डी) सही है।

33. श्री X की आयु एक वर्ष पूर्व किसी संख्या का वर्ग थी तथा अगले वर्ष यह किसी संख्या का घन हो जाएगा। उसे अपनी आयु के पुनः किसी संख्या का घन होने के लिए न्यूनतम कितने वर्ष प्रतीक्षा करनी पड़ेगी?

  1. 42
  2. 38
  3. 25
  4. 16

उत्तर (बी) बीजगणित से लिया हुआ "आयु" संबंधित, एक टेढ़ा प्रश्न। श्री X की इस वर्ष की आयु पर पहले ध्यान दें। हमें एक ऐसे नंबर के बारे में सोचना चाहिए जो 1 के घटाने पर एक वर्ग संख्या देता है और 1 जोड़ने पर एक घन संख्‍या देता है। यह एक प्रासंगिक संख्या भी होनी चाहिए क्योंकि यह किसी व्यक्ति की उम्र है! 1, 2, 3, 4 के वर्ग और घन को याद करके शुरू करे। और आपको जल्द ही पता चल जाएगा कि यह संख्या 26 है। 1 घटाए जाने पर यह 25 (5 का वर्ग) देता है, और 1 जोड़ने पर यह 27 (3 का घन) देता है। अब हमें कम से कम वर्षों की खोज करनी होगी, जिसमें उसकी उम्र किसी संख्या का फिर से एक घन बने। जैसे 3 का घन है 27, हमें 4 के घन को देखना होगा जो 64 है। तो उसे कितने साल इंतजार करना होगा। तो उसे कितने वर्षों तक इंतजार करना होगा, 64 - 26 (उसकी वर्तमान उम्र) = 38 वर्ष। इसलिए उत्तर है (बी)।

34. P, Q की तुलना में तीन गुना तेजी से कार्य करता है, जबकि P और Q एक साथ मिलकर R की तुलना में चार गुना तेजी से कार्य कर सकते हैं। यदि P, Q और R एक साथ मिलकर किसी कार्य को करते हैं तो उन्हें आपस में अपनी आय को किस अनुपात में बाँटनी चाहिए?

  1. 3 : 1 : 1
  2. 3 : 2 : 4
  3. 4 : 3 : 4
  4. 3 : 1 : 4

उत्तर (ए) कार्य और समय से संबंधित एक अच्छा सवाल। माना कि P, 3x गति से कार्य करता है, और Q x गति से कार्य करता है। अब दोनों P और Q के साथ कार्य करने गति = 4x. यह R के काम से 4 गुना ज्यादा तेज है, इसलिए R के कार्य की गति = 4x / 4 = x तो अब P की गति = 3x, Q की गति = x, और R की गति = x . इसलिए उन्हें अनुपात 3 : 1 : 1 में कमाई साझा करनी चाहिए। उत्तर है (ए)।

35. छः व्यक्तियों A, B, C, D, E और F के एक परिवार में निम्नलिखित सम्बन्धों पर विचार कीजिएः

  1. पुरूषों की संख्या, स्त्रियों की संख्या के बराबर है।
  2. A और E, F के पुत्र हैं।
  3. D दो व्यक्तियों, एक पुत्र और एक पुत्री की माता है।
  4. B, A का पुत्र है।
  5. वर्तमान में परिवार में केवल एक ही विवाहित जोड़ा है।

उपर्युक्त से, निम्नलिखित में से कौन-सा एक निष्कर्ष निकाला जा सकता है?

  1. A, B और C सभी स्त्री हैं।
  2. A, D का पति है।
  3. E और F, D की संतान हैं।
  4. D, F की पुत्री है।

उत्तर (बी) पारिवारिक रिश्तों पर प्रश्‍न। A और E, F (मां या पिता) के बेटे हैं। B, A का पुत्र है (पिता, क्योंकि वह F का "पुत्र" है)। D एक लड़के और एक लड़की की मां है विकल्प (ए) गलत है क्योंकि B पुत्र है। विकल्प (सी) गलत है क्योंकि E और F भाई बहन नहीं हैं (दिया गया है)। हमारे पास विकल्प (बी) और (डी) बचे हैं। यदि आप मानते हैं कि (बी) सही है, तो (डी) गलत है क्योंकि A और D भाई बहन नहीं होंगे। इसलिए, हमारे अंतिम उत्तर है (बी) [ F परिवार में दादी है, जिनके बेटे A और E हैं, और A की पत्नी D है, और B और C, A और D के बच्चे हैं,। F, D और C महिलायें हैं। A, B और E पुरूष हैं (वाक्‍यांश 1)] उत्तर है (बी)।

36. एक थैले में 20 गेंदें हैं। 8 गेंदें हरी हैं, 7 सफ़ेद हैं और 5 लाल हैं। आँख बंद कर, थैले में से न्यूनतम कितनी गेंदें निकालना आवश्यक है (किसी को भी बिना बदले) जिससे सुनिश्चित हो कि प्रत्येक रंग की कम-से-कम एक गेंद निकली हो?

  1. 17
  2. 16
  3. 13
  4. 11

उत्तर (बी) बुनियादी तर्क और जमावट से एक प्रश्न। 8 हरी गेंदें हैं और 7 सफेद। 8 G +7 W +5 R = 20 अब, यदि हम 8 + 7 = 15 गेंदें चुनते हैं, तो एक संभावना है कि 8/8 हरे और 7/7 सफेद होते हैं, ये सभी 15 हरे और सफेद होते हैं। लेकिन अगर हम 15 + 1 = 16 गेंदें चुनते हैं, तो 15 से अधिक गेंदें हरी और सफेद नहीं हो सकती हैं, इसलिए हमें कम से कम 1 लाल गेंद मिलेगी। इसलिए, 16 सही उत्तर है जब हमें यकीन होगा कि प्रत्येक रंग (G, W, R) से कम से कम एक गेंद को चुनना होगा। कृपया "कम से कम" पर ध्यान दें। इसलिए सामान्य परिस्थितियों में, हम सभी रंगों की गेंदों को बेतरतीब ढंग से चुनते रहेंगे, लेकिन चरम मामले में पहले 15 बार में केवल हरी और सफेद (और लाल नहीं) मिलने पर, यह हल काम करता है। उत्तर है (बी)।

37. यदि 2 लड़कों और 2 लड़कियों को एक पंक्ति में इस व्यवस्था में खड़ा करना हो कि लड़कियाँ एक-दूसरे के अगल-बगल खड़ी न हों, तो कितनी संभव व्यवस्थाएँ हो सकती हैं?

  1. 3
  2. 6
  3. 12
  4. 24

उत्तर (सी) एक सरल - सा, बैठक व्‍यवस्‍था का प्रश्न। संभावित मामलों है - GBBG - 4 मामले (चूकि लड़के और लड़कियां समूह बनाकर 2 x 2 सीटों का आदान-प्रदान कर सकते हैं), BGBG -4 मामले, GBGB -4 मामले और कुल = 4 + 4 + 4 = 12 मामले। इसलिए उत्तर है (सी)। यह प्रश्न सही ढंग से किया जाना चाहिए था।

38. 4 cm × 4 cm × 4 cm के एक घन के बाह्य पृष्ठ को पूरी तरह लाल रंग में रंगा गया है। तत्पश्चात् इसे फलकों के समान्तर 1 cm × 1 cm × 1 cm के चौंसठ छोटे घनों में काटा गया है। कितने छोटे घनों की फलकें रंगी हुई नहीं होंगी?

  1. 8
  2. 16
  3. 24
  4. 36

उत्तर (ए) बुनियादी क्षेत्रमिति और वस्तुओं के आकार से एक प्रश्न। जैसा कि हम एक रंगे हुए घन को 64 छोटे घनों में विभाजित करते हैं, वहाँ घन की 4 परतें जो 16 घनों में, प्रत्येक एक घनाभ की तरह बनती है। अब, मध्य के 2 घनाभ के 4 धन प्रत्येक जो पूरी तरह से रंगहीन हैं, तो सही जवाब यहाँ 4 + 4 = 8. इसलिए सबसे सही जवाब है (ए)। यह प्रश्न सही ढंग से किया जाना चाहिए था।

39. निम्नलिखित पर विचार कीजिएः

A, B, C, D, E, F, G और H एक पंक्ति में उत्तर की ओर मुख कर खड़े हैं।

B, G का पड़ोसी नहीं है।

F, E के ठीक दायें है और E का पड़ोसी है।

G अंतिम छोर पर नहीं है ।

A, E के बायें से छठा है।

H, C के दायें से छठा है।

उपर्युक्त के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है?

  1. C, A के ठीक बायें है।
  2. D, D और F का सन्निकट पड़ोसी है।
  3. G, D के ठीक दायें है।
  4. A और E अंतिम छोरों पर हैं।

उत्तर (सी) रैखिक क्रम से एक अच्छा सवाल। दी गई पहली शर्त से शुरू करें, और कतार बनाने का प्रयास करें। कुछ कोशिशों के बाद, आप देखेंगे कि सही व्यवस्था है (बाएं से दाएं) A–C–B–D–G–F–E–H. पहला, चूंकि A E के बायें तरफ छठवें स्‍थान पर है, यह या तो A x x x x x E अथवा x A x x x x x E हो सकता है। अब, चूंकि H C के दायीं तरफ छठवें स्‍थान पर है, इसलिए यह C x x x x x H x अथवा x C x x x x x H हो सकता है। चूंकि F जी के तत्काल दाहिने है, और E के आसपास, हमारे पास G F E है इसे एक साथ मिलाकर, हमें A–C–B–D–G–F–E–H मिलता है तो सभी विकल्पों की जांच करें और G D के तत्काल दाहिने है। इसलिए, (सी) सही है।

40. किसी निश्चित कोड में ’256’ का अर्थ ’लाल रंग चाक’ है, ’589’ का अर्थ ’हरा रंग फूल’ है और ’254’ का अर्थ ’सफ़ेद रंग चाक’ है। उस कोड में ’सफे़द’ का इंगित करने वाला अंक कौन-सा है?

  1. 2
  2. 4
  3. 5
  4. 8

उत्तर (बी) चूंकि 2 'लाल रंग चाक' में है, इसलिए इसका इस सेट से कुछ मतलब होना चाहिए। तो 2 का मतलब सफेद नहीं है इसी प्रकार 5 'लाल रंग की चाक' में है इसलिए इसका मतलब सफेद नहीं हो सकता है अब 8 'सफ़ेद रंग चाक' में नहीं है इसलिए 8 का अर्थ सफेद नहीं हो सकता। इसलिए केवल शेष संभावित विकल्प है (बी)।

निम्नलिखित 8 (आठ) प्रश्नांशों के लिए निर्देशः निम्नलिखित आठ परिच्छेदां का पढ़िए और उनके नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नांशों के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।

परिच्छेद-1

जलवायु परिवर्तन से एक चीज़ जो अकाट्य रूप से होती है, वह ऐसी घटनाओं का घटित होना या बढ़ना है जिनसे संसाधनों के कम होते जाने में और तेजी आती है। इन घटते जाते संसाधनों के ऊपर होने वाली प्रतिस्पर्धा के परिणामस्वरूप राजनीतिक या और भी हिंसक संघर्ष सामने आता है। संसाधन-आधारित संघर्ष शायद ही कभी खुलेआम हुए हैं, इसलिए उन्हें विलग रूप में देखना कठिन होता है। इसके बजाय वे ऊपरी परतें ओढ़कर राजनीतिक रूप से कहीं अधिक स्वीकार्य रूप में सामने आते हैं। जल-जैसे संसाधनों के ऊपर होने वाले संघर्ष प्रायः पहचान या विचारधारा के वेश का लबादा ओढ़े रहते हैं।

41. उपर्युक्त परिच्छेद का निहितार्थ क्या है?

  1. संसाधन-आधारित संघर्ष सदैव राजनीतिक रूप से प्रेरित होते हैं।
  2. पर्यावरणीय और संसाधन-आधारित संघर्षों के समाधान के लिए कोई राजनीतिक हल नहीं होते।
  3. पर्यावरणीय मुद्दे संसाधनों पर दबाव बनाए रखने और राजनीतिक संघर्ष में योगदान करते हैं।
  4. पहचान अथवा विचारधारा पर आधारित राजनीतिक संघर्ष का समाधान नहीं हो सकता।

उत्तर (सी) "जलवायु परिवर्तन से एक चीज जो..."। विकल्प के अर्थ बेहद करीबी हैं! विकल्प (ए) का कहना है कि "ऐसे संघर्ष हमेशा राजनीतिक रूप से प्रेरित होते हैं"। परिच्‍छेद ऐसा नहीं कहता - यह केवल कहता है कि "... शायद ही कभी खुलेआम हुए हैं"। कभी शब्द का मतलब ‘कभी नहीं’ नहीं होता है इसलिए, हम विकल्प (ए) अस्वीकार करेंगे । विकल्प (बी) फिर से एक चरम विकल्प है क्योंकि "कोई राजनीतिक हल नहीं होते " की बात है, जिसका उल्‍लेख नहीं है, इसलिए खारिज किया गया। विकल्प (सी) सही है । विकल्प (डी) एक चरम बयान है जो इस सीमित परिच्‍छेद से नहीं निकलता है। तो खारिज किया जा सकता है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद-2

जो व्यक्ति निरंतर इस हिचकिचाहट में रहता है कि दो चीज़ों में से किसे पहले करे, वह दोनों में से कोई भी नहीं करेगा। जो व्यक्ति संकल्प करता है, लेकिन उसकी काट में किसी मित्र द्वारा दिए गए पहले सुझाव पर ही अपने संकल्प को बदल देता है-जो कभी एक राय कभी दूसरी राय के बीच आगा-पीछा करता रहता है और एक योजना से दूसरी योजना तक रूख बदलता रहता है-वह किसी भी चीज़ को कभी पूरा नहीं कर सकता। ज्यादा से ज्यादा वह बस ठहरा रहेगा, और संभवतः सभी चीज़ों में पीछे हटता रहेगा। जो व्यक्ति पहले विवेकपूर्वक परामर्श करता है, फिर दृढ़ संकल्प करता है, और कमजोर मनोवृत्ति को भयभीत करने वाली तुच्छ कठिनाइयों से निर्भीक बने रहकर अटल दृढ़ता से अपने उद्देश्यों को पूरा करता है-केवल वही व्यक्ति किसी भी दिशा में उत्कर्ष की ओर आगे बढ़ सकता है।

42. इस परिच्छेद से निकलने वाला मूलभाव क्या है?

  1. हमें पहले विवेकपूर्वक परामर्श करना चाहिए, फिर दृढ़ संकल्प करना चाहिए
  2. हमें मित्रों के सुझावां को नकार देना चाहिए और बिना बदले अपनी राय पर कायम रहना चाहिए
  3. हमें विचारों में सदैव उदार होना चाहिए
  4. हमें सदैव कृतसंकल्प और उपलब्धि-अभिमुख होना चाहिए

उत्तर (ए) "जो व्यक्ति निरंतर इस हिचकिचाहट..."। हमें मुख्य शब्द (मुख्य संदेश) खोजने के लिए कहा जाता है। विकल्प (बी) और (सी) आसानी से विलोपित हो सकते हैं। (बी) क्योंकि यह गलत है, और (सी) क्योंकि यह बहुत अस्पष्ट है। विकल्प (ए) और (डी) काफी करीब है। हम (ए) का चयन करेंगे क्योंकि परिच्छेद सुझावों पर अमल के मुद्दे पर और अस्थिर मस्तिष्क पर गहराई से अध्‍ययन करता है। इसलिए (ए) निकटतम उत्तर हो सकता है "हमें सबसे पहले विवेकपूर्ण परामर्श करना चाहिए, फिर दृढ़ संकल्‍प करना चाहिए"। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद - 3

आर्कटिक महासागर में ग्रीष्म ऋतु के दौरान समुद्री बर्फ अपेक्षाकृत अधिक पहले और तेजी से पिघल रही है, और शीत ऋतु की बर्फ के बनने में अधिक देरी लग रही है। पिछले तीन दशकों में, ग्रीष्म ऋतु की बर्फ का परिणाम लगभग 30 प्रतिशत तक घट गया है। ग्रीष्म-गलन की अवधि के लम्बे हो जाने से सम्पूर्ण आर्कटिक खाद्यजाल के, जिसमें ध्रुवीय भालु शीर्ष पर हैं, छिन्न-भिन्न हो जाने का संकट सामने आ गया है।

43. उपर्युक्त परिच्छेद से निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक निर्णायक सन्देश व्यक्त होता है?

  1. जलवायु परिवर्तन के कारण, आर्कटिक ग्रीष्म ऋतु अल्पावधि की परन्तु उच्च तापमान वाली हो गई है।
  2. ध्रुवीय भालुओं की उत्तरजीविता को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें दक्षिणी ध्रुव में स्थानांतरित किया जा सकता है।
  3. ध्रुवीय भालुओं के न होने से आर्कटिक क्षेत्र की खाद्य-श्रृंखलाएँ लुप्त हो जाएँगी।
  4. जलवायु परिवर्तन से ध्रुवीय भालुओं की उत्तरजीविता के लिए संकट उत्पन्न हो गया है।

उत्तर (डी) "आर्कटिक महासागर में ग्रीष्‍म ऋतु के..." ग्लोबल वार्मिंग, आर्कटिक बर्फ में कमी और ध्रुवीय भालू के भविष्य के बारे में एक सवाल। जो कोई नियमित रूप से पढ़ता है, वह इस उत्तर का अनुमान लगा सकता है! सबसे महत्वपूर्ण संदेश स्पष्ट है - ध्रुवीय भालू जलवायु परिवर्तन (और आर्कटिक बर्फ में कमी आदि) के कारण अस्तित्व पर खतरे का सामना करेंगे। विकल्प (सी) एक बड़ा दावा करता है, जरूरी नहीं कि सच ही हो। विकल्प (बी) वांछनीय है, लेकिन अव्यवहारिक है और इसका उल्लेख भी नहीं है! विकल्प (ए) जो कहा जा रहा है उसके विपरीत ही है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

परिच्छेद -4

लोग क्यों खुले में शौच जाना ज्यादा पसंद करते हैं और शौचालय रखना नहीं चाहते, या जिनके पास शौचालय है वे उसका उपयोग कभी-कभी ही करते हैं? हाल के अनुसंधान से दो खास बातें समाने आई हैंः शुद्धता और प्रदूषण के विचार, और न चाहना कि गड्डे या सेप्टिक टैंक भरें, क्योंकि उन्हें खाली करना होता है। ये वे मुद्दे है जिन पर कोई बात नहीं करना चाहिता, लेकिन यदि हम खुले में शौच की प्रथा का उन्मूलन करना चाहते हैं, तो इन मुद्दों का सामना करना होगा और इनसे समुचित तरीके से निपटना होगा।

44. उपर्युक्त परिच्छेद से, निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक निर्णायक संदेष व्यक्त होता है?

  1. शुद्धता और प्रदूषण के विचार इतने गहरे समाये हैं कि उन्हें लोगों के दिमाग से हटाया नहीं जा सकता।
  2. लोगों को समझाना होगा कि शौचालय का उपयोग और गढ्ढो का खाली किया जाना शुद्धता की बात है न कि अशुद्धता की।
  3. लोग अपनी पुरानी आदतों को बदल नहीं सकते।
  4. लोगों में न तो नागरिक बोध है और न ही एकांतता (प्राइवेसी) का बोध है।

उत्तर (बी) "लोग क्‍यों खुले में शौच जाना ज्‍यादा पसंद करते हैं ..." स्वच्छ भारत अभियान से संबंधित प्रश्न। सबसे महत्वपूर्ण संदेश विकल्प (बी) में मिलता है, क्योंकि अन्य 3 विकल्प बहुत नकारात्मक हैं और इस विषम सामाजिक समस्या के किसी भी समाधान की संभावना को अस्वीकार करते हैं। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

परिच्छेद -5

पिछले दो दशकों में, विश्व के सकल घरेलू उत्पाद में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि समावेशी संपदा मात्र 6 प्रतिशत बढ़ी है। हाल के दशकों में, जीडीपी संचालित आर्थिक निष्पादन ने मानव पूंजी जैसी समावेशी संपदा को और जंगल, जमीन एवं जल जैसी प्राकृतिक संपदा को केवल क्षति ही पहुंचाई है। पिछले दो दशकों में, विश्व की मानव पूँजी, जो कुल समावेशी संपदा का 57 प्रतिशत है, केवल 8 प्रतिशत ही बढ़ी प्राकृतिक संपदा में, जो कुल समावेशी संपदा का 23 प्रतिशत है, विश्वस्तर पर 30 प्रतिशत की गिरावट आई।

45. निम्नलिखित में से कौन-सा, उपर्युक्त परिच्छेद का सर्वाधिक निर्णायक निष्कर्ष (इन्फरेंस) है?

  1. प्राकृतिक संपदा के विकास पर और अधिक दिया जाना चाहिए।
  2. केवल जीडीपी संचालित संवृद्धि न तो वांछनीय है, न ही धारणीय है।
  3. विश्व के देशों का आर्थिक निष्पादन संतोषजनक नहीं है।
  4. वर्तमान परिस्थितियों में विश्व को और अधिक मानव पूंजी की आवश्यकता है।

उत्तर (बी) "पिछले दो दशकों में ..." परिच्‍छेद में सकल घरेलू उत्पाद के आर्थिक पहलुओं के एक-पक्षीय निष्‍पादन की एक बहुत निराशाजनक तस्वीर पेश की गई है, जिसमें अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे कि समावेशी संपदा और प्राकृतिक संपदा को क्षति पहुंची है। हमें सबसे सर्वाधिक निर्णायक निष्‍कर्ष ढूंढना है। विकल्प (सी) गलत है। विकल्प (ए) और (डी) गलत नहीं हैं, लेकिन मुख्य विचार नहीं हैं। महत्वपूर्ण विचार यह है कि हमने समृद्धि के लिए गलत मार्ग अख्‍तियार किया है, और केवल विकल्प (बी) उस के साथ प्रतिध्वनित है। उत्तर है (बी)।

परिच्छेद -6

2020 तक, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.6 करोड (56 मिलियन) युवाओं की कमी होने की आशंका है तब भारत अपने 4.7 करोड (47 मिलियन) अधिशेष युवाओं से इस कमी को पूरा कर सकता है। भारत में दो अंकों में विकास निर्मक्त करने के एक मार्ग के रूप में श्रम सुधारों को इसी संदर्भ में प्रायः उद्धृत किया जाता है। 2014 में, भारत का श्रमबल जनसंख्या का लगभग 40 प्रतिशत होने का आकलन था, लेकिन इस बल का 93 प्रतिशत असंगठित क्षेत्र में था। विगत पूरे दशक में रोजगार की चक्रवृद्धि वार्षिक संवृद्धि दर (कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर)) 0.5 प्रतिशत तक मंद हो चुकी थी, जहां पिछले वर्ष के दौरान लगभग 1.4 करोड (14 मिलियन) नौकरियां सृजित हुई जबकि श्रमबल में लगभग 1.5 करोड (15 मिलियन) की वृद्धि हुई।

46. निम्नलिखित में से कौन सा, उपर्युक्त परिच्छेद का सर्वाधिक तार्किक निष्‍कर्ष (इन्फरेंस) है?

  1. भारत को अपनी जनसंख्या वृद्धि पर अवश्य ही नियंत्रण करना चाहिए, ताकि इसकी बेरोजगारी दर कम हो सके।
  2. भारत के विशाल श्रमबल का उत्पादक रूप से इष्टतम उपयोग करने के लिए भारत में श्रम सुधारों की आवश्यकता है।
  3. भारत अतिशीघ्र दो अंकों का विकास प्राप्त करने की ओर अग्रसर है।
  4. भारत अन्य देशों को कौशल प्राप्त युवाओं की पूर्ति करने में सक्षम है।

उत्तर (बी) "2020 तक, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.6 करोड़..." एक जनसांख्यिकीय लाभांश और नौकरियों पर आधारित प्रश्न, वर्तमान सरकारों के लिए सबसे संवेदनशील चुनौती! (हालांकि प्रस्तुत आंकड़ों पर सवाल उठाया जा सकता है - वास्तविकता में इतनी नौकरियां नहीं उत्पन्न हुई थी)। विकल्प (ए) और (सी) तत्काल खारिज कर सकते हैं - (ए) क्योंकि यह इस परिच्‍छेद के दायरे से परे है, और (सी) क्योंकि यह एक धारणा है। विकल्प (बी) और (डी) को जांचा जा सकता है, (डी) यहां पर मुख्य बिन्‍दु नहीं है, लेकिन (बी) है - हमें तेजी से विकास प्राप्त करने के लिए श्रम कानूनों को बदलने की आवश्‍यकता है । उत्तर है (बी)।

परिच्छेद -7

सबसे पहला पाठ, जो हमें तब पढ़ाया जाना चाहिए जब हम उसे समझने के लिए पर्याप्त बड़े हो चुके हों, यह है कि कार्य करने की बाध्यता से पूरी स्वतंत्रता अप्राकृतिक है, और इसे गैर कानूनी होना चाहिए, क्योंकि हम कार्य भार के अपने हिस्से से केवल तभी बच सकते हैं, जब हम इसे किसी दूसरे के कंधों पर डाल दें। प्रकृति ने यह विधान किया है कि मानव प्रजाति, यदि कार्य करना बंद कर दे, तो भुखमरी से नष्ट हो जाएगी। हम इस निरंकुशता से बच नहीं सकते हैं। हमें इस प्रश्न को सुलझाना पडेगा कि हम अपने आपको कितना अवकाश देने में समर्थ हो सकते हैं।

47. उपर्युक्त परिच्छेद का यह मुख्य विचार है कि

  1. मनुष्यों के लिए यह आवष्यक है कि वे काम करें
  2. कार्य एवं अवकाश के मध्य संतुलन होना चाहिए
  3. कार्य करना एक निरंकुशता है जिसका हमें सामना करना ही पड़ता है
  4. मनुष्य के लिए कार्य की प्रकृति को समझना आवष्यक है

उत्तर (डी) "सबसे पहला पाठ, जो हमें तब पढ़ाया जाना चाहिए.."। बहुत करीबी अर्थ वाले विकल्पों के साथ कार्य और मानव प्रजाति से संबंधित एक दार्शनिक प्रश्न। विकल्प (बी) मुख्य विचार नहीं है, लेकिन अंतिम सुझाव है। विकल्प (ए), (सी) और (डी) सभी सही बिन्‍दु हैं। लेकिन यह केवल विकल्प (डी) में यह मूल विषय है कि - "बच्चों को (तब जब वह बड़े हो चुके हों ) सिखाना है कि कार्य की प्रकृति क्‍या है, हमें कार्य करना है, मानव प्रजाति काम से भाग नहीं सकती, हम मृतप्राय होंगे यदि हम ऐसा करते हैं, प्रकृति हमें इसकी अनुमति नहीं देती है" - अच्छी तरह से सम्मिलित है। यह अवकाश के पहलू को भी शामिल करेगा। अतः (डी) सर्वश्रेष्ठ उत्तर है।

परिच्छेद -8

आदतों का पालन करने में कोई हानि नहीं है, जब तक कि वे आदतें हानिकारक न हों। वास्तव में हममें से अधिकांश लोग, आदतों के पुलिंदे से शायद कुछ अधिक ही व्यवस्थित होते हैं। हम अपनी आदतों से मुक्त हो जायें तो जो बचेगा उस पर शायद ही कोई ध्यान देना चाहे। हम इनके बिना नहीं चल सकते। वे जीवन की प्रक्रिया को सरल बनाती है। इनसे हम बहुत सी चीजें अपने आप करने में समर्थ होते हैं, जिन्हें, यदि हम हर बार नया और मौलिक विचार देकर करना चाहें, तो अस्तित्व एक असंभव उलझन बन जाए।

48. लेखक का सुझाव है कि आदतें

  1. हमारे जीवन को कठिन बनाती है
  2. हमारे जीवन में सटीकता लाती है
  3. हमारे लिए जीना आसान करती है
  4. हमारे जीवन को मशीन बनाती है

उत्तर (सी) "आदतों का पालन करने में कोई हानि नहीं है ..." आदतों और मनुष्य के बारे में एक दार्शनिक परिच्छेद । कहना है कि मनुष्य कुछ भी नहीं , लेकिन सभी आदतें का मेल है। ये जीवन को नियमित और स्वतन्त्र बनाते हैं, जिससे जीवन जीना आसान होता है, जो अन्यथा असंभव होगा। इसलिए, विकल्प (ए) गलत है। विकल्प (बी) का उल्लेख नहीं किया गया है। विकल्प (डी) का सटीक उल्लेख नहीं किया गया है (अपने आप करने हमेशा "मशीन " नहीं होता है, जो कि एक नकारात्मक अर्थ है)। सर्वश्रेष्ठ उत्तर विकल्प (सी) है।

निम्नलिखित 2 (दो) प्रश्नांशों के लिए निर्देश :

दी गई जानकारी पर विचार कीजिए और उसके नीचे आने वाले दो प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए।

‘X दल’ का कोई भी समर्थक, र्जो Z को जानता था और उसके अभियान की रणनीति का समर्थन करता था, ‘Y दल’ के साथ गठबंधन के लिए तैयार नहीं था; किन्तु उनमें से कुछ के ‘Y दल’ में मित्र थे।

49. उपर्युक्त जानकारी के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सा एक कथन सत्य होना ही चाहिए?

  1. ‘Y दल’ के कुछ समर्थक, ‘X दल’ के साथ गठबंधन के लिए सहमत नहीं हुए।
  2. ‘Y दल’ का कम से कम एक समर्थक ऐसा है, जो ‘X दल’ के किसी समर्थक को मित्र के रूप में जानता था।
  3. ‘X दल’ के किसी समर्थक ने Z के अभियान की रणनीति का समर्थन नहीं किया।
  4. ‘X दल’ का कोई भी समर्थक Z को नहीं जानता था।

उत्तर (बी) पंक्ति "…उनमें से कुछ के 'Y दल' में मित्र थे’’, स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि वाक्‍यांश (बी) सही है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

50. उपर्युक्त जानकारी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः

  1. ‘X दल’ के कुछ समर्थक Z को जानते थे।
  2. ‘X दल’ के कुछ समर्थक, जो Z के अभियान की रणनीति के विरोधी थे, Z को जानते थे।
  3. ‘X दल’ के किसी समर्थक ने Z के अभियान की रणनीति का समर्थन नहीं किया।

ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 2 और 3
  3. केवल 3
  4. 1, 2 और 3

उत्तर (बी) वाक्‍यांश 1 सही है। वाक्‍यांश 2 गलत है क्योंकि परिच्‍छेद में ऐसे लोगों का कोई उल्लेख नहीं है, जिन्होंने Z की अभियान रणनीति का विरोध किया था। वाक्‍यांश 3 गलत है। इसलिए, सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)। (ध्यान दें कि हमें ‘सही नहीं’ ‘के बारे में पूछा गया है)।

51. यदि एक कार्यालय में केवल दूसरा और चौथा शनिवार तथा सभी रविवार ही केवल अवकाश के दिन माने गए हों, तब किसी भी वर्ष के किसी भी मास में संभव कार्य दिवसों की न्यूनतम संख्या क्या होगी?

  1. 23
  2. 22
  3. 21
  4. 20

उत्तर (बी) चूंकि न्‍यूनतम कार्य दिवस पूछे गये हैं, सबसे छोटे माह से शुरू करें। यह फरवरी माह होगा, एक गैर - लीप वर्ष में (अधिवर्ष), 28 दिनों के साथ। यदि पहला दिन रविवार हो तो, फिर 8वां, 15वां और 22वां दिन भी रविवार होगा। दूसरे और चौथे शनिवार के लिए, हमारे पास केवल 14वां व 28 वां दिन होगा। इसलिए कुल छुट्टियां 4 + 2 = 6 होंगी। कार्य दिवस = 22 दिन। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

52. यदि ऐसी कोई नीति है कि किसी समुदाय की एक-तिहाई (1/3) आबादी प्रति वर्ष एक स्थान को छोड़कर किसी दूसरे स्थान पर चली जाए, तो छठवें वर्ष के बाद उस समुदाय की शेष बची आबादी क्या होगी, यदि इस अवधि के दौरान जनसंख्या में आगे और कोई वृद्धि न हुई हो?

  1. जनसंख्या का 16/243वां भाग
  2. जनसंख्या का 32/243वां भाग
  3. जनसंख्या का 32/729वां भाग
  4. जनसंख्या का 64/729वां भाग

उत्तर (डी) बुनियादी अनुपात तर्क का प्रयोग करते हुए एक प्रश्न। नीति के अनुसार, प्रथम वर्ष पश्‍चात बची आबादी = 2/3 मूल आबादी का, चूंकि 1/3 छोड़कर जा चुकी है। अब अनुपात का उपयोग करके एक साधारण तर्क लागू करें। दूसरे वर्ष के बाद बची आबादी = मूल आबादी का [2/3] ^2 । और इसी तरह। तो, 6 वर्ष बाद शेष बची आबादी = मूल आबादी का [2/3]^6, जो आबादी के 64/729 भाग के बराबर है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

53. भौतिकविज्ञान, रसायनविज्ञान, गणित और जीवविज्ञान की चार परीक्षाऐं चार क्रमिक दिवसों पर की जानी हैं, किन्तु आवश्यक नहीं कि परीक्षाऐं इसी क्रम में हों। भौतिकविज्ञान की परीक्षा उस परीक्षा से पहले की गई जिसे जीवविज्ञान के बाद किया गया। रसायनविज्ञान की परीक्षा दो परीक्षाऐं किए जाने के ठीक बाद में की गई। किसकी परीक्षा अंत में की गई?

  1. भौतिकविज्ञान
  2. जीवविज्ञान
  3. गणित
  4. रसायनविज्ञान

उत्तर (सी) सही क्रम है : जीवविज्ञान - भौतिकी – रसायनशास्‍त्र - गणित। हमने इसे सरल अंदाजे का उपयोग करके हल किया। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

54. A और B की आय का योग C और D की सम्मिलित आय से अधिक है। A और C की आय का योग B और D की सम्मिलित आय के बराबर है। इसके अतिरिक्त, A की आय B और D की सम्मिलित आय से आधी है। सर्वाधिक आय किसकी है?

  1. A
  2. B
  3. C
  4. D

उत्तर (बी) मूल अंकगणित से एक प्रश्न। यह देखते हुए कि A और B की आय की राशि C और D की तुलना में अधिक है। अतः, A + B > C + D । इसी प्रकार, A + C = B + D । इसके अलावा A = (B + D) / 2, अतः चूंकि A + C बराबर B + D है, इसलिए C = (B + D) / 2 B और D के संदर्भ में A और C के मूल्यों को, समीकरण A + B> C + D में प्रतिस्थापित करने पर, हम प्राप्त करते हैं: 3 B / 2 + D / 2> 3 D / 2 + B / 2 जो हमें B > D देता है। तो सही उत्तर B है, विकल्प (बी)। यह भी ध्यान रखें कि चूंकि A और C बराबर हैं, फिर भी ये दो विकल्प किसी तरह समाप्त हो जाते हैं। कोई भी अनुमान केवल B और D के बीच होना चाहिए।

55. निम्नलिखित पर विचार कीजिएः

कथनः अच्छा स्वर एक नैसर्गिक प्रतिभा है लेकिन संगीत के क्षेत्र में उन्नति और श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अभ्यास करते रहना चाहिए।

निष्कर्ष:

I. नैसर्गिक प्रतिभाओं को प्रशिक्षण और देखभाल की आवश्यकता होती है।

II. किसी का स्वर अच्छा न होने पर भी उसे अभ्यास करते रहना चाहिए।

उपर्युक्त कथन और निष्कर्षों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है?

  1. इस कथन से केवल निष्कर्ष I अनुगमित होता है
  2. इस कथन से केवल निष्कर्ष II अनुगमित होता है
  3. इस कथन से या तो निष्कर्ष I अनुगमित होता है या निष्कर्ष II
  4. इस कथन से न तो निष्कर्ष I अनुगमित होता है न ही निष्कर्ष II

उत्तर (ए) हम बुनियादी तर्क लागू करें। निष्कर्ष I निश्चित रूप से अनुगमित होता है क्योंकि यह मुख्य अभिपुष्टि है। निष्कर्ष II गलत है, क्योंकि यह कहता हैं "किसी का स्‍वर अच्‍छा न होने पर भी उसे अभ्यास करते रहना चाहिए"। यह एक अवधारणा है जो हम बना रहे हैं। इसलिए सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

56. भिन्न ऊंचाइयों के तीन खम्भे X, Y और Z हैं। तीन मकड़ियां A,  B और C क्रमषः इस खम्भों पर एक ही समय पर चढ़ना शुरू करती हैं। एक प्रयास में A, X पर 6 से.मी. चढ़ती है किन्तु 1 से.मी. नीचे फिसल जाती है। B, Y पर 7 से.मी. चढ़ती है किन्तु 3 से.मी. नीचे फिसल जाती है। C, Z पर 6.5 से.मी. चढ़ती है किन्तु 2 से.मी. नीचे फिसल जाती है। यदि उनमें से प्रत्येक मकड़ी को खम्भे के शीर्ष तक पहुंचने के लिए 40 प्रयास करना पड़ता है तो सबसे छोटे खम्भे की ऊंचाई क्या है?

  1. 161 से.मी.
  2. 163 से.मी.
  3. 182 से.मी.
  4. 210 से.मी.

उत्तर (डी) 'ऐसे चढ़ाई और फिसलने वाले 'सवालों में बुनियादी तरकीब यही है कि अंतिम चढ़ाई पर सवाल समाप्त हो जाता है, और आखिरी फिसलन की गणना नहीं की जाती है। चलो शुरू करें। मकड़ियां A, B और C खंभे X, Y और Z पर चढ़ाई कर रही हैं। एक चढ़ाई में, A X खंबे पर 6 सेंटीमीटर उपर तक चला जाता है, और 1 सेमी फिसल जाता है। तो एक चढ़ाई में कुल दूरी = 5 सेमी इसी तरह, Y खंभे पर B, 7 सेंटीमीटर चढ़कर, 3 सेमी तक फिसल जाता है। तो एक चढ़ाई में कुल दूरी = 4 सेमी, और Z खंभे पर C सी के लिए, एक चढ़ाई में दूरी 4.5 सेमी है। यह दिया गया है कि तीनों 40 बार चढ़ाई (या प्रयास) कर शीर्ष पर पहुंचे। तो वे 40वीं चढ़ाई में शीर्ष पर पहुंचे, और हमें तीनों के लिए 39वीं चढ़ाई तक "शुद्ध" गणना करना चाहिए। मकड़ी A 39 प्रयासों में 5 x 39 सेंटीमीटर तक उपर बढ़ेगा, B 4 x 39 सेंटीमीटर तक बढ़ेगा, और C 4.5 x 39 सेंटीमीटर तक बढ़ेगा। जाहिर है, मकड़ी B के लिए सबसे छोटी दूरी रहने वाली है। तो Y खंभे की कुल लंबाई होगी = (4 x 39) + 7 = 163 सेमी। यहां की जाने वाली एक आम गलती यह है कि हम केवल 40 के साथ शुद्ध दूरी का गुणा करते हैं, जो हमें नहीं करना है (चूंकि मकड़ी के शीर्ष पर पहुंचने के बाद प्रश्न हल हो जाएगा)। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है विकल्प (बी)।

57. ‘‘अधिकार, नागरिक के वास्तविक विकास के लिए, अपरिहार्य, सामाजिक कल्याण की कुछ हितकारी दशाएं हैं।’’

इस कथन के परिप्रेक्ष्य में, निम्नलिखित में से कौन-से अधिकारों की सही व्याख्या है?

  1. अधिकारों का उद्देश्य केवल वैयक्तिक कल्याण है।
  2. अधिकारों का उद्देश्य केवल सामाजिक कल्याण है।
  3. अधिकारों का उद्देश्य वैयक्तिक कल्याण और सामाजिक कल्याण दोनों है।
  4. अधिकारों का उद्देश्य सामाजिक कल्याण के बिना वैयक्तिक कल्याण है।

उत्तर (सी) पहले सभी विकल्पों को पढ़ें, और यह स्पष्ट हो जाता है कि (सी) को छोड़कर, अन्य बेतुके हैं। उत्तर है (सी)।

58. 52 विद्यार्थियों की एक कक्षा में 15 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए। अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के नाम हटा देने के बाद, योग्यता क्रम की एक सूची बनाई गई है जिसमें रमेश का स्थान उपर से 22वां है। नीचे से उसका स्थान कौन-सा है?

  1. 18वां
  2. 17वां
  3. 16वां
  4. 15वां

उत्तर (सी) बुनियादी अंकगणित से एक प्रश्न। योग्यता सूची क्रम में कुल छात्रों की संख्या= 37 (= 52 - 15)। इन 37 विद्यार्थियों में रमेश की स्थिति = 22 वीं है, और इसलिए, उसके पीछे छात्रों की संख्या = 15 छात्र (37-22)। इसलिए, नीचे से उसका स्थान = 16 (15 + 1)। उत्तर है (सी)।

59. निम्नलिखित पर विचार कीजिएः

A+ B का अर्थ है कि A, B का पुत्र है।

A+ B का अर्थ है कि A, B की पत्नी है।

व्यंजक P + R –  Q का अर्थ क्या है?

  1. Q, P का पुत्र है।
  2. Q, P की पत्नी है।
  3. Q, P का पिता है।
  4. उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर (सी) P + R का अर्थ है P, R का पुत्र है। R – Q का मतलब है R, Q की पत्नी है। तो (P + R – Q) का मतलब है Q, P का पिता है। उत्तर (सी)।

60. गोपाल ने एक सेल फोन खरीदा और उसे 10 प्रतिशत लाभ लेकर राम को बेच दिया। बाद में, राम उसे वापस गोपाल को 10 प्रतिशत हानि उठाकर बेच देना चाहता है। यदि गोपाल इसके लिए सहमत हो, तो उसकी स्थिति क्या होगी?

  1. न तो लाभ, न ही हानि
  2. हानि 1 प्रतिशत
  3. लाभ 1 प्रतिशत
  4. लाल 0.5 प्रतिशत

उत्तर (सी) लाभ और हानि से एक सामान्य प्रश्न। माना कि सेलफोन की मूल कीमत = 100 रुपये है। गोपाल ने 10% लाभ पर बेचा। तो बिक्री मूल्य = रु 110। राम 10% हानि पर बेचने पर सहमत हुआ अर्थात वह 110 रुपये – 110 का 10% = रु 110 - 11 = 99 रुपये में बेचना होगा। तो गोपाल का कुल लाभ = 100 रुपये - 99 = रु 1 । लेकिन यह लाभ उसका लागत मूल्य (जो 100 है) पर प्राप्त हुआ था। तो कुल लाभ का प्रतिशत है = 1% x उत्तर है (सी)।

निम्नलिखित 7 (सात) प्रश्नांशों के लिए निर्देष: निम्नलिखित सात परिच्छेदों को पढ़िये और उनके नीचे आने वाले प्रश्नांशों के उत्तर दीजिए। इन प्रष्नांषों के लिए आपके उत्तर केवल इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।

परिच्छेद - 1

हमारे सामने कठोर परिश्रम है। जब तक हम अपने प्रण को संपूर्णतः पूरा नहीं कर लेते, जब तक हम भारत के सभी लोगों को वह नहीं बना देते जो कि नियति चाहती है कि वे हों, तब तक हममें से किसी को आराम नहीं करना है। हम एक महान देश के नागरिक हैं, सुस्पष्ट प्रगति के कगार पर हैं, और हमें उन उच्च आदर्शों को जीवन में उतारना है। हम सभी, चाहे हम किसी भी धर्म के हों, समान रूप से भारत की संतान हैं और हमारे अधिकार, विशेषाधिकार और दायित्व बराबर है। हम साम्प्रदायिकता अथवा मानसिक संकीर्णता को बढ़ावा नहीं दे सकते, क्योंकि कोई भी देश, जिसके लोग विचारों अथवा आचरण में संकीर्ण हों, महान नहीं हो सकता।

61. उपर्युक्त परिच्छेद का लेखक लोगों को क्या प्राप्त करने की चुनौती देता है?

  1. उच्च जीवन आदर्श, प्रगति और विशेषाधिकार
  2. समान विशेषाधिकार, नियति की पूर्णता और राजनीतिक सहिष्णुता
  3. साहसिक उत्साह और आर्थिक समानता
  4. कठोर परिश्रम, भाईचारा और राष्ट्रीय एकता

उत्तर (बी) लेखक कहते हैं कि भारत एक महान देश है, जहां उच्च आदर्श रहे हैं और नागरिकों को उन्हें जीवन में उतारना है। अब, विकल्प (ए) गलत है चूंकि ‘‘विशेषाधिकार’’ हासिल करने हेतु हम नागरिकों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहेंगें, हालांकि बाकी का हिस्सा सही है। और एक दूसरा बेहतर विकल्प है। विकल्प (बी) उन मूल विचारों से संबंधित है जो लेखक भारत और भारतीयों को अंततः हासिल करते देखना चाहता है - समान विशेषाधिकार (परिच्छेद में यह लिखा गया है कि सभी भारतीयों को ये बराबर से दिए गए हैं हालांकि यह अभी मिले नहीं हैं, और इसलिये इन्हें हासिल करना होगा), नियति की पूर्णतः और राजनीतिक सहिष्णुता (‘‘हम सांप्रदायिकता को बढ़ावा नहीं दे सकते .....’’)। अतः विकल्प (बी) सबसे श्रेष्ठ है। विकल्प (सी) उन लक्ष्यों की बात करता है जिनपर यहां चर्चा नहीं हुई। अतः खारिज करें। विकल्प (डी) उन शब्दों को प्रयोग करता है जो साधन तो हो सकते हैं किंतु लक्ष्य नहीं - जैसे ‘‘कठोर परिश्रम’’ - अतः उसे खारिज करें। अतः सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

परिच्छेद 2

‘‘रूसो के अनुसार, व्यक्ति अपनी सत्ता को और अपनी पूरी शक्ति को सम्मिलित रूप से समष्टि-संकल्प (जेनरल विल) के सर्वोच्च निर्देश के अधीन रखता है, और हम अपनी समष्टिगत क्षमता प्रत्येक सदस्य को संपूर्ण के अविच्छिन्न अंश के रूप में लेते हैं।

62. उपर्युक्त परिच्छेद के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-से समश्टि-संकल्प के स्वरूप का सर्वोत्तम वर्णन है?

  1. व्यक्तियों की वैयक्तिगत इच्छाओं का कुल योग
  2. व्यक्तियों के निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा जो स्पष्ट कहा गया है
  3. सामूहिक कल्याण जो व्यक्तियों की वैयक्तिगत इच्छाओं से भिन्न है
  4. समुदाय के वस्तुपरक (मेटीरियल) हित

उत्तर (सी) एक छोटा लेकिन अत्यधिक दार्शनिक प्रश्न! विकल्प (ए) गलत है क्योंकि सभी वैयक्तिक इच्छाओं का सम्मिलित रूप समष्टि संकल्प नहीं है (कहीं भी गणितीय सत्य के रूप में उल्लेख नहीं किया गया है)। विकल्प (बी) अप्रासंगिक है (चुनाव आदि)। विकल्प (सी) सर्वश्रेष्ठ है - वैयक्तिक इच्छाओं से भिन्न सामूहिक कल्याण। विकल्प (डी) का स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

परिच्छेद -3

लोकतांत्रिक राज्य में, जहां लोगों में उच्च कोटि की राजनीतिक परिपकता होती है, सर्वसत्ताधारी विधिनिर्माता निकाय के संकल्प और जनता के संगठित संकल्प में बिरले ही संघर्ष होता है।

63. उपर्युक्त परिच्छेद का क्या निहितार्थ है?

  1. लोकतंत्र में, संप्रुभता के वास्तविक पालन में, बल प्रमुख तथ्य होता है।
  2. परिपक्व लोकतंत्र में, संप्रभुता के वास्तविक पालन में, बल एक बड़ी सीमा तक प्रमुख तथ्य होता है।
  3. परिपक्व लोकतंत्र में, संप्रुभता के वास्तविक पालन में, बल का प्रयोग अप्रासंगिक है।
  4. परिपक्व लोकतंत्र में, संप्रभुता के वास्तविक पालन में, बल घटकर एक उपांतिक तथ्य (मार्जिनल फेनाॅमिनाॅन) रह जाता है।

उत्तर (डी) विषयवस्तु: लोकतंत्र, सर्वस्त्रधारी विधिनिर्माता और परिपक्व नागरिक। विकल्प (ए) गलत है क्योंकि इसका उल्टा अर्थ है। विकल्प (बी) भी गलत है! इसलिए हमारे पास आसानी से 4 से 2 विकल्प बचतें हैं। विकल्प (सी) का परीक्षण करें। यह "बल प्रयोग की अप्रासंगिकता" और (डी) "एक उपांतिक तथ्य" के बारे में बताती है। परिच्छेद देखें इसमें "बिरले ही" का उल्लेख है इसलिए, विकल्प (डी), (सी) से थोड़ा और सही है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

परिच्छेद-4

सफल लोकतंत्र राजनीति में व्यापक रूचि एवं भागीदारी पर निर्भर करता है, जिसमें मतदान एक आवश्यक अंग है। जानबूझकर इस प्रकार की रूचि न रखना और मतदान न करना, एक प्रकार की अन्तर्निहित अराजकता है; यह स्वतंत्र राजनीतिक समाज के लाभों का उपभोग करते हुए अपने राजनीतिक दायित्व से मुख मोड़ना है।

64. यह परिच्छेद किससे संबंधित है?

  1. मतदान का दायित्व
  2. मतदान का अधिकार
  3. मतदान की स्वतंत्रता
  4. राजनीति में भागीदारी का अधिकार

उत्तर (डी) शायद इस प्रश्नपत्र में सबसे आसान सवालों में से एक! विकल्प (बी) गलत है क्योंकि "मतदान न करना" पर चर्चा की जा रही है। इसी तरह, (सी) भी गलत है। हमारे पास विकल्प (ए) और (डी) बसते हैं, और परिच्छेद का सार स्पष्ट रूप से नागरिकों के एक निश्चित राजनीतिक दायित्व को दर्शाता है। इसलिए, सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (ए)।

परिच्छेद -5

किसी स्वतंत्र देश में, नेता की स्थिति तक पहुंचने वाला व्यक्ति सामान्यतः उत्कृष्ट चरित्र और योग्यता वाला व्यक्ति होता है। इसके साथ ही, इसका पूर्वानुमान कर लेना भी समान्यतः संभव होता है कि वह इस स्थिति तक पहुंचेगा,क्योंकि जीवन के प्रारंभिक वर्षों में ही उसके चारित्रिक गुणों को देखा जा सकता है। किन्तु किसी तानाशाह के मामले में यह हमेशा सत्य नहीं होता; वह प्रायः अपनी सत्ता की स्थिति तक संयोग से पहुंच जाता है, अनेक बार तो सिर्फ अपने देश की दुखद स्थिति के कारण ही।

65. इस परिच्छेद में यह सुझाया गया प्रतीत होता है कि

  1. नेता अपनी भावी स्थिति का पूर्वानुमान कर लेता है
  2. नेता सिर्फ किसी स्वतंत्र देश के द्वारा ही चुना जाता है
  3. किसी भी नेता को इस बात पर ध्यान रखना चाहिए कि उसका देश निराशा से मुक्त रहे
  4. किसी देश में बनी हुई निराशा की परिणति कभी-कभी तानाशाही में होती है

उत्तर (डी) एक और आसान प्रश्‍न! आप आसानी से विकल्प (ए) को विलोपित कर सकते हैं एक नेता की क्षमता के पूर्वानुमान की यहां स्पष्ट रूप से चर्चा नहीं की जा रही है। विकल्प (बी) तथ्यात्मक तौर पर गलत है। विकल्प (सी) पर चर्चा नहीं की जा रही है। विकल्प (डी) में स्पष्ट उल्लेख है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

परिच्छेद -6

तकनीकी प्रगति में निहित मानव-जाति के लिए सबसे बड़ा वरदान, निश्चित रूप से, भौतिक संपदा का संचय नहीं है। किसी व्यक्ति के द्वारा जीवन में इनकी जितनी मात्रा का वास्तविक रूप में उपभोग किया जा सकता है, वह बहुत अधिक नहीं है। किन्तु फुरसत के समय के उपभोग की संभावनाऐं उसी संकीर्ण सीमा तक सीमित नहीं हैं। जिन्होंने फुरसत के समय के उपहार के सदुपयोग का कभी अनुभव नहीं किया है, वे लोग इसका दुरूपयोग कर सकते हैं। फिर भी, समाजों की एक अल्पसंख्या द्वारा फुरसत के समय को रचनात्मक उपयोग किया जाना ही आदिम स्तर के बाद सभी मानव-प्रगति का मुख्य प्रेरणास्त्रोत रहा है।

66. उपर्युक्त परिच्छेद के संदर्भ में निम्नलिखित पूर्वधारणाऐं बनाई गई हैंः

  1. फुरसत के समय को लोग सदैव उपहार के रूप में देखते हैं तथा इसका उपयोग और अधिक भौतिक संपदा अर्जित करने के लिए करते हैं।
  2. कुछ लोगों द्वारा फुरसत के समय का, नूतन और मौलिक चीजों के उत्पादन के लिए, उपयोग किया जाना ही मानव-प्रगति का मुख्य स्त्रोत रहा है।.

इनमें से कौन-सी पूर्वधारणा/पूर्वधारणाऐं वैध है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. 1 और 2 दोनों
  4. न तो 1 और न ही 2

उत्तर (बी) प्रश्न लंबा और कठिन लगता है, लेकिन वाक्‍यांश और विकल्प इसे सरल बनाते हैं! "सदैव" शब्द के कारण वाक्‍यांश 1 गलत है – एक बड़ा अनुमान । वाक्‍यांश 2 सही है जिसका स्पष्ट उल्लेख किया गया है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

परिच्छेद -7

इस अभिकथन में किंचित से कहीं अधिक सच्चाई है कि ‘‘सामयिक घटनाओं की बुद्धिमतापूर्ण व्याख्या के लिए प्राचीन इतिहास का कार्यसाधक ज्ञान होना आवश्यक है’’। किन्तु जिस बुद्धिमान ने समझदारी के ये शब्द कहे थे, उसने विशेष रूप से इतिहास की प्रसिद्ध लड़ाईयोें के अध्यय से होने वाले फायदों पर अवष्य ही कुछ न कुछ कहा होगा, क्योंकि इनमें हममें से उनके लिए सबक शामिल हैं जो नेतृत्व करते हैं या नेता बनने की अभिलाषा रखते हैं। इस तरह के अध्ययन से कुछ ऐसे गुण और विशेषताएं उद्घटित होंगी, जिनमें विजेताओं के लिए जीत परिचालित हुई और वे कतिपय कमियाँ भी, जिनके कारण हारने वाले की हार हुई; और विद्यार्थी यह देखेगा कि यही प्रतिरूप सदियों से लगातार, बार-बार पुनर्घटित होता है।

67. उपर्युक्त परिच्छेद के संदर्भ में निम्नलिखित पूर्वधारणाऐं बनाई गई हैं :

  1. इतिहास की प्रसिद्ध लड़ाइयों का अध्ययन हमें आधुनिक युद्धस्थिति को समझने में सहायता करेगा।
  2. जो भी नेतृत्व की इच्छा रखता है, उसके लिए इतिहास का अध्ययन अनिवार्य है।

इसमें से कौन-सी पूर्वधारणा/पूर्वधारणाऐं वैध है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. 1 और 2 दोनों
  4. न तो 1 और न ही 2

उत्तर (बी) वाक्‍यांश 1 गलत है क्योंकि यह "आधुनिक युद्धस्थिति की समझ’’ पर बात करता है, जबकि परिच्‍छेद में इसका उल्‍लेख नहीं है। वाक्‍यांश 2 बिल्कुल सही है इसलिए सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)। एक और बहुत आसान प्रश्‍न।

68. मान लीजिए कि 9 व्यक्तियों का औसत वजन 50 कि.ग्रा. है। प्रथम 5 व्यक्तियों का औसत वजन 45 कि.ग्रा. है, जबकि अंतिम 5 व्यक्तियों का औसत वजन 55 कि.ग्रा. है। पांचवें व्यक्ति का वजन होगा

  1. 45 kg
  2. 47.5 kg
  3. 50 kg
  4. 52.5 kg

उत्तर (सी) माना कि nth व्यक्ति का वजन x(n) है। इसलिए, हमारे पास है [x (1) + x (2) .... + x (9)] / 9 = 50. (औसत) इसलिए, x (1) + x (2) ..... + x (9) = 450 .................. .. (1) अब दिया हुआ है कि पहले 5 व्यक्तियों का औसत वजन [x (1) + x (2) ..... + x (5)] / 5 = 45 इसलिए x (1) + x (2) ..... + x (5) = 225 .................. .. (2) और दिया कि [x (5) + ..... + x (9)] / 5 = 55। इसलिए, x (5) + ...... + x (9) = 275 ............... ... .. (3) अब 1 समीकरण से दोनों समीकरण 2 और 3 घटाएं। हल करने पर x(5) = 50 किलो। उत्तर है (सी)।

69. छः स्त्रियों के एक समूह में चार टेनिस की खिलाड़ी, चार समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं, एक वाणिज्य स्नातकोत्तर है ओर तीन बैंक कर्मचारी है जबकि अमला और कोमला बेरोजगार है। कोमला और निर्मला टेनिस की खिलाड़ियों में से हैं। अमला, कमला, कोमला और निर्मला समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं जिनमें से दो बैंक कर्मचारी हैं। यदि श्यामला वाणिज्य में स्नातकोत्तर है, तो इनमें से कौन टेनिस की खिलाड़ी और बैंक कर्मचारी दोनों है?

  1. अमला
  2. कोमला
  3. निर्मला
  4. श्यामला

उत्तर (सी) चूंकि यह दिया गया है कि अमला और कोमला बेरोजगार हैं अत: विकल्प (ए) और (बी) अपने आप गलत सा‍बित होते हैं। इसके अलावा यह भी दिया गया है कि कोमला और निर्मला टेनिस खिलाड़ियों में से हैं, इसलिए केवल एक ही संभावित उत्तर है (सी) निर्मला। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (सी)।

70. p = (A का 40%) +(B का 65%) तथा Q(A का 50%) + (B का 50% ) जहां A, B से बड़ा है।

इस संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

  1. P, Q से बड़ा है।
  2. Q, P से बड़ा है।
  3. P, Q के बराबर है।
  4. उपर्युक्त में से कोई भी निष्कर्ष निश्चित रूप से नहीं निकाला जा सकता।

उत्तर (डी) P और Q के बीच संबंध खोजने के लिए A और B के बीच सही संबंध जानना आवश्यक है। जैसा कि A और B के संख्यात्मक मूल्य बदलते हैं, उत्तर प्रारंभिक अनुमानों से बदलना शुरू हो जाएगा। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

71. एक घड़ी हर 24 घंटे में 2 मिनट धीमी हो जाती है, जबकि एक दूसरी घड़ी हर 24 घंटे में 2 मिनट तेज हो जाती है। एक विशेष क्षण पर दोनों घड़ियां एक ही समय दिखाती है। यदि 24 घंटों वाली घड़ी का अनुसरण करें, तो निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है?

  1. 30 दिन पूरे होने पर दोनों घड़ियां फिर एक ही समय दिखती है।
  2. 90 दिन पूरे होने पर दोनों घड़ियां फिर एक ही समय दिखती है।
  3. 120 दिन पूरे होने पर दोनों घड़ियां फिर एक ही समय दिखती है।
  4. उपर्युक्त कथनों में से कोई भी सही नहीं है।

उत्तर (डी) घड़ियों से संबंधित एक तार्किक प्रश्‍न। 1 दिन (24 घंटे) में, पहली घड़ी 2 मिनट धीमी हो जाती है और दूसरी 2 मिनट तेज हो जाती है, तो शुद्ध अंतर प्रति दिन 4 मिनट है। यह एक 24 घंटे का प्रारूप है, इसलिए दो घड़ियां (जो समान समय दिखाकर शुरू हुईं) अगले समय समान समय दिखाएंगे, जब शुद्ध अंतर 1 पूर्ण दिन हो जाएगा (= 24 घंटे x 60 मिनट = 1440 मिनट)। यदि प्रति दिन 4 मिनट बढ़ते जाते हैं, तो 1440/4 = 360 दिन में 1440 मिनट बढ़ जाएंगे। इसलिए, उत्तर है (डी)

72. किसी शहर में 12 प्रतिशत परिवार एक वर्ष में 30,000 रूपये से कम कमाते हैं, 6 प्रतिशत परिवार एक वर्ष में 2,00,000 से अधिम कमाते हैं, 22 प्रतिशत परिवार एक वर्ष में 1,00,000 से अधिक कमाते हैं तथा 990 परिवार एक वर्ष में 30,000 से 1,00,000 के बीच कमतो हैं। कितने परिवार एक वर्ष में 1,00,000 से 2,00,000 के बीच कमाते हैं?

  1. 250
  2. 240
  3. 230
  4. 225

उत्तर (डी) प्रतिशत पर आधारित एक अच्छा प्रश्न। कुल परिवार 100% हैं, यदि 12% 30000 से कम वाले हैं, X % 30,000 और 1,00,000 के बीच के है, और 22% 1,00,000 से ऊपर के हैं। इसलिए, यदि हम उन्हें जोड़ते हैं, तो हमें मिलता है: 12 + X + 22 = 100 => X = 66% यह 66% हमें 990 परिवारों (प्रश्न पढ़ें) के रूप में दिया गया है। तो कुल जनसंख्या = (990 x 100) / 66 = 1500 परिवार अब 1500 के 22% 1,00,000 रुपये से ऊपर के हैं। लेकिन 6% 2,00,000 से ऊपर के हैं। तो 1,00,000 रुपये और 2,00,000 रुपये के बीच के परिवार परिवार हुए 1500 के 16% (= 22% -6%), जो 240 है। हमारा उत्तर है 240 परिवार। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (बी)।

73. एक घड़ी 1 बजे एक बार बजती है, 2 बजे दो बार, 3 बजे तीन बार बजती है तथा इसी प्रकार आगे इसका बजना जारी रहता है। यदि 5 बजे इसको बजने 12 सेंकड लगते हैं, तो 10 बजे इसे बजने में कितना समय लगेगा?

  1. 20 सेकंड
  2. 24 सेकंड
  3. 28 सेकंड
  4. 30 सेकंड

उत्तर ( - ) 5 बजे घड़ी द्वारा बजने के लिए लिया गया समय = 12 सेकंड। अब 5 बार बजने में 12 सेकंड लगते हैं, अर्थात यह 4 अंतरालों के लिए गिना जाता है (पहले से दूसरा, दूसरे से तीसरे, तीसरे से चौथे, चौथे से पांचवां)। इसलिए, 4 अंतरालों के लिए, समय 12 सेकंड है, इसलिए 1 अंतराल के लिए यह समय 3 सेकंड है। अब 10 बजे, कुल स्ट्राइक = 10, और कुल अंतराल = 9। इसलिए, 9 अंतराल के लिए 9 x 3 = 27 सेकंड लगेंगे। कोई विकल्प सही नहीं है! इसलिए, प्रश्‍न गलत है। यूपीएससी हर किसी को बोनस अंक देगा। इसलिए खुश हो जाएं !

74. दिए गए कथन पर और उससे अनुगमित हाने वाले दो निष्कर्षों पर विचार कीजिएः

कथनः:

सुबह की सैर स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है।

निष्कर्ष:

  1. सभी स्वस्थ लोग सुबह की सैर करते हैं।
  2. अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सुबह की सैर अनिवार्य है।

वैध निष्कर्ष कौन-सा/से है/हैं?

  1. केवल 1
  2. केवल 2
  3. 1 और 2 दोनों
  4. न तो 1 और न ही 2

उत्तर (डी) हड़बड़ी में तर्क का एक अनूठा प्रश्‍न! यदि "सुबह की सैर स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है", इसका मतलब यह नहीं हो सकता कि "सभी स्वस्थ लोग सुबह की सैर के लिए जाते हैं"। सुबह की सैर ही मात्र अनिवार्य आवश्‍यकता नहीं है। इसलिए निष्कर्ष 1 गलत है, अतः विकल्प (ए) और (सी) गलत हैं। निष्कर्ष 2 पर ध्यान दें। शब्द "अनिवार्य" इसे गलत बनाता है, जिसका उल्लेख नहीं है। सर्वश्रेष्ठ उत्तर है (डी)।

75. तेरह 2 - अंकीय क्रमागत विषम संख्याऐं हैं। यदि ऐसी प्रथम पांच संख्याओं का माध्य 39 है, तो सभी तेरह संख्याओं का माध्य क्या है?

  1. 47
  2. 49
  3. 51
  4. 45

उत्तर (ए) माना कि तेरह 2 - अंकीय क्रमागत संख्या 2n+1, 2n+3 आदि हैं (क्योंकि 2n + 1 = एक विषम संख्या है)। तो, पहले 5 अंकों के लिए, हम [2n + 1 + 2n + 3 .... + 2n + 9] / 5 = 39 प्राप्त करते हैं। => 2n+1 ..... + 2n+9 = 195 जो n = 17 देता है। तो श्रृंखला 35, 37, 39 से 59 तक है। इस श्रृंखला का माध्‍य है 47 (योग 13 से विभाजित)। उत्तर है (ए)।

76. लड़के A, B, C. D, E और F ताश का एक खेल खेलते हैं। प्रत्येक के पास ताश के 10 पत्तों की एक गड्डी है। F, 2 पत्ते । से उधार लेता है और 5 पत्ते C को देता है, आगे C 3 पत्ते B को देता है, जबकि B 6 पत्ते D को देता है जो 1 पत्ता E की ओर बढ़ा देता है। अब D और E के पास ताश के जितने पत्ते हैं वे निम्नलिखित में से किस समूह के पास उपलब्ध ताश के पत्तों की संख्या के बराबर हैं?

  1. A, B और C
  2. B, C और F
  3. A, B और F
  4. A, C और F

उत्तर (बी) प्रत्येक लड़के के साथ कार्ड का अंतिम संख्या होगी: A-8, B-7, C-12, D-15, E-11, F-7. तो D और E के कुल कार्ड हैं 26 । इसका अर्थ है F + B + C = 26 कार्ड। तो सही उत्तर है (बी)।

77. दूध के एक नमूने में 50 प्रतिशत पानी है। यदि इस दूध का 1/3 भाग इतनी ही मात्रा के शुद्ध दूध में मिलाया जाए, तो नए मिश्रण में पानी की मात्रा कितने प्रतिशत तक कम हो जाएगी?

  1. 25 प्रतिशत
  2. 30 प्रतिशत
  3. 35 प्रतिशत
  4. 40 प्रतिशत

उत्तर (ए) माना कि मिश्रण का वजन = 100 ग्राम है तो मिश्रण में दूध की मात्रा = 50 ग्राम, और मिश्रण में पानी की मात्रा = 50 ग्राम फिर हमने "इस दूध का एक तिहाई भाग" लिया, अर्थात 100 ग्राम मिश्रण भाग का (= 100/3 ग्राम) जिसमें (100/3) / 2 पानी, और (100/3) / 2 दूध है। हमने इसमें 100/3 शुद्ध दूध मिलाया। तो अंत में हमारे पास एक मिश्रण है : 100/3 दूध + (100/6) पानी + (100/6) दूध = 400/6 ग्राम मिश्रण। तो इस अंतिम मिश्रण में पानी की मात्रा = [100/6] / [400/6] = 1/4 = 25%. तो मिश्रण में पानी का अंतिम प्रतिशत = 25%। उत्तर है (ए)।

78. एक पट्ट पर 4 क्षैतिज और 4 ऊर्ध्वाधर रेखाऐं हैं, परस्पर समान्तर और समदूरस्थ हैं। इनसे अधिक कितने आयत और वर्ग बनाए जा सकते हैं?

  1. 16
  2. 24
  3. 36
  4. 42

उत्तर (सी) सबसे बुनियादी क्रमचय और संयोजन से एक प्रश्न। 4 क्षैतिज रेखाएं और 4 ऊर्ध्वाधर रेखाएं हैं। तो एक आयत बनाने के लिए, हमें किसी भी 2 ऊर्ध्वाधर रेखाओं और किसी भी 2 क्षैतिज रेखाओं का चयन करना होगा। यह 4C2 x 4C2 तरीके से किया जा सकता है, जो कि कुल 36 तरीके हैं। उत्तर है (सी)।

79. एक मालगाड़ी दिल्ली से मुंबई के लिए 40 कि.मी. प्रति घंटे की औसत चाल से रवाना होती है। उसके दो घंटे पश्चात एक एक्सप्रेस गाड़ी दिल्ली से मुंबई के लिए, पहले रवाना हुई मालगाड़ी के समांतर पथ पर, 60 कि.मी. प्रति घंटे की औसत चाल से रवाना होती है। दिल्ली से कितनी दूरी पर एक्सप्रेस गाड़ी, मालगाड़ी से मिलेगी?

  1. 480 कि.मी
  2. 260 कि.मी
  3. 240 कि.मी
  4. 120 कि.मी

उत्तर (सी) एक्‍सप्रेस गाड़ी की शुरूआत से पहले मालगाड़ी द्वारा तय की गई दूरी है, 2 x 40 = 80 किमी। अब एक्सप्रेस ट्रेन 60 किमी / घंटे की औसत से बढ़ रही है। तो सापेक्ष ( रिलेटिव ) गति = 20 किमी प्रति घंटे। अब उसे 20 किमी प्रति घंटे की परस्‍पर गति के साथ 80 किमी (प्रभावी) चलना होगा। इसका अर्थ है 4 घंटे में। अब इन 4 घंटों में एक्सप्रेस ट्रेन द्वारा तय की गई वास्तविक दूरी = 4 x 60 किमी = 240 किमी। इसलिए, उत्तर है (सी)।

80. एक परीक्षा में रणधीर को, कुणाल और देबू को मिले कुल अंकों से अधिक अंक प्राप्त हुए हैं। कुणाल और शंकर को मिले कुल अंक रणधीर के अंकों से अधिक हें। सोनल को शंकर से अधिक अंक मिले हैं। नेहा को रणधीर से अधिक अंक मिले हैं। इनमें से सबसे अधिक अंक किसे प्राप्त हैं?

  1. रणधीर
  2. नेहा
  3. सोनल
  4. आंकड़ें अपर्याप्त हैं

उत्तर (डी) तथ्‍य अपर्याप्त है। चूंकि नेहा ने रणधीर से अधिक अंक प्राप्त किए हैं (जैसा कि दिया है) इसलिए रणधीर सही उत्तर नहीं हो सकता। सोनल ने शंकर की तुलना में अधिक अंक अर्जित किये हैं, लेकिन रणधीर के साथ उसका संबंध नहीं दिया गया है। इसके अलावा कुणाल और देबू दोनों के साथ उसके संबंध के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं दी गई है। इसलिए हम निष्कर्ष पर आ सकते हैं कि तथ्‍य अपर्याप्त हैं। उत्तर है (डी)।







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